सेंसेक्स और निफ्टी के साथ साथ मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई है। जून 2022 से बाजार में यह सबसे लंबी मासिक गिरावट है और यह छठी बार है जब सेंसेक्स लगातार तीन महीने या इससे अधिक समय तक गिरावट का शिकार हुआ।
पिछले तीन महीने में, निफ्टी करीब 8 प्रतिशत गिरा है, जबकि निफ्टी-100 सूचकांक लगभग 10 प्रतिशत लुढ़का है। अदाणी समूह के शेयरों में हुई भारी बिकवाली की वजह से इन सूचकांकों में यह कमजोरी देखी गई।
घरेलू बाजारों का प्रदर्शन वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में काफी कमजोर रहा है। जहां तीन महीने में एमएससीआई इंडिया में 11 प्रतिशत कमजोरी आई है, वहीं एमएससीआई वर्ल्ड और एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट्स सपाट बने रहे।
यदि घरेलू संस्थानों ने 70,000 करोड़ रुपये की खरीदारी नहीं की होती, तो बाजार में और ज्यादा गिरावट आती। वैश्विक फंडों ने दिसंबर से घरेलू शेयरों से 32,000 करोड़ रुपये की निकासी की।
पिछले तीन महीनों में लगभग सभी सेक्टोरल सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। ऊर्जा और धातु में करीब 20 प्रतिशत की बड़ी कमजोरी आई। एनएसई निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी पीएसयू सूचकांकों ने महज 1.5-1.5 प्रतिशत की तीन महीने की गिरावट के साथ ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है।