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Stock Market Crash on Budget Day: बाजार को क्यों रास नहीं आया बजट, आसान भाषा में समझिए क्या है कारण

जैसे ही टैक्स से जुड़े ऐलान किए गए, तो अचानक बेंचमार्के इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी क्रैश हो गए। सेंसेक्स 1200 अंक तक फिसल गया। वही, निफ्टी में 400 अंकों की बड़ी गिरावट आई।

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अंशु   
Last Updated- July 23, 2024 | 3:03 PM IST

Stock Market Crash on Budget Day: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट पेश किये जाने से पहले ही शेयर बाजार में उथल-पुथल देखने को मिल रही थी और जैसे ही टैक्स से जुड़े ऐलान किए गए, तो अचानक बेंचमार्के इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी क्रैश हो गए। सेंसेक्स 1200 अंक तक फिसल गया। वही, निफ्टी में 400 अंकों की बड़ी गिरावट आई।

शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल जारी

इधर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करना शुरू किया उधर 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स उछल गया। लेकिन, कुछ ही मिनटों में यह लाल निशान में फिसल गया और बाद में दोपहर के कारोबार के दौरान 1,266.17 अंक गिरकर 79,235.91 पर आ गया। हालांकि खबर लिखे जाते समय यह 134.58 यानी 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ 80,367.50 पर कारोबार कर रहा था।

कुछ ऐसा ही रुख निफ्टी का भी रहा। जैसे ही वित्त मंत्री ने लोकसभा में अपना 7वां केंद्रीय बजट पेश करना शुरू किया, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, जल्द ही अस्थिर रुझान आने लगे और बेंचमार्क बाद में 435.05 अंक गिरकर 24,074.20 पर पहुंच गया। खबर लिखे जाते समय यह 17 अंक यानी 0.07 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 24,492.25 अंक पर कारोबार कर रहा था।

कैपिटल गेन टैक्स में इजाफे का ऐलान शेयर बाजार को रास नहीं आया

शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह कैपिटल गेन टैक्स में इजाफा रहा। अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स में इजाफा करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि एक साल से कम के टेन्योर या होल्डिंग पीरियड के लिए शॉर्ट टर्म कैपिटल टैक्स को 15 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है और जिन निवेशकों की शेयरहोल्डिंग 1 साल यानी 12 महीने से ज्यादा है, उनके द्वारा शेयरों से हुई कमाई पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स 12.5 फीसदी का लगेगा। जबकि पहले इस पर 10 फीसदी टैक्स लगता था।

हालांकि आम बजट में वित्त मंत्री ने निवेशकों को एक राहत भी दी है। सीतारमण ने कुछ निश्चित एसेट्स को लेकर कैपिटल गेन एग्जम्प्शन लिमिट यानी शेयर से हुई कमाई पर छूट की दर को बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये सालाना कर दिया गया। पहले यह सीमा 1लाख रुपये सालाना थी।

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खुदरा निवेशकों की भागीदारी कम करने के लिए F&O पर STT बढ़ाने का प्रस्ताव

शेयर बाजार में गिरावट की दूसरी वजह F&O पर STT बढ़ाने का प्रस्ताव है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वायदा और विकल्प (F&O) कारोबार में प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) की दर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। इस फैसले का मकसद जोखिम भरे कारोबार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को कम करना है।

उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा, ‘‘प्रतिभूतियों में विकल्प (Option) की बिक्री पर STT की दर को विकल्प प्रीमियम के 0.0625 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.1 प्रतिशत करने और प्रतिभूतियों में वायदा (Future) की बिक्री पर STT की दर को ऐसे वायदा कारोबार की कीमत के 0.0125 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.02 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।”

First Published : July 23, 2024 | 2:57 PM IST