खुदरा निवेशकों केलिए कॉर्पोरेट बॉन्ड बाजार में निवेश करना एक बार फिर आसान होने जा रहा है। टाटा कैपिटल अगले एक से दो सप्ताहों के भीतर बॉन्ड बाजार में अपने इश्यू लाने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि काफी लंबे अंतराल से खुदरा निवेशकों को इस बाजार में कारोबार करने का अवसर नहीं मिला था लेकिन अब इन छोटे कारोबारियों को भी कॉर्पोरेट बॉन्ड बाजार में अब निवेश का अवसर मिल पाएगा।
टाटा के अलावा आईआईएफसीएल और कई अन्य कॉर्पोरेट समूह इस बाजार में कारोबार करने को लेकर कतार में खड़े हैं। गौरतलब है मंदी की मार से बेहाल शेयर बाजार में निवेशक निवेश करने से कतरा रहे है और ऐसे में उनके लिए बॉन्ड बाजार में निवेश एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरकर सामने आया है।
इस बाबत टाटा कैपिटल के मुख्य निवेश अधिकारी गोविंद सुब्रह्मण्यन ने कहा कि टाटा जैसे बड़े नाम के साथ जुड़े होने का फायदा निश्चित तौर पर हमें मिलेगा। उन्होंने कहा कि खुदरा निवेशकों से उन्हें बेहतर निवेश की उम्मीद है।
इसी तरह क्रिसिल के फिक्स्ड इनकम प्रमुख रामा वसंतराजन ने कहा कि कॉर्पोरेट बॉन्ड बाजार एक बार फिर से अस्तित्वि में आ रहा है।
वसंतराजन ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती के बाद बॉन्ड बाजार कारोबार के लिहाज से अब आकर्षक होता जा रहा है और इससे उत्सहित होकर खुदरा निवेशकों को म्युचुअल फंडों की विभिन्न डेट योजनाओं में निवेश करना चाहिए।
गौरतलब है कि मौजूदा आर्थिक मंदी के कारण अब फंड जुटाना काफी मुश्किल हो गया है। ऐसे में कई कंपनियां फंड जुटाने के लिए कॉर्पोरेट बॉन्ड बाजार में कारोबार करने पर गंभीर रूप से सोचना शुरू कर दिया है।
हालांकि हाल के कुछ समय में कॉर्पोरेट डेट्स जुटाए गए हैं लेकिन इसमें से अधिकांश प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए जुटाए गए थे और खुदरा निवेशकों को इसमें किसी तरह की भागीदारी नहीं थी।
अक्टूबर के बाद शुरू हुए नकदी केसंकट के बाद म्युचुअल फंड सावधि जमा योजनाएं (एफएपपी) खासकर डेट योजनओं को बाजार में लाने से परहेज करने लगे हैं।
टाटा कैपिटल द्वारा लाए जा रहे इश्यू खुदरा निवेशकों के साथ ही वित्तीय संस्थानों और कंपनियों को भी ऑफर किया जा रहा है और अगले कुछ दिनों के भीतर कूपन दर के तय किए जाने संबंधी कोई फैसला हो सकता है।