संसद में विश्वास मत पर चर्चा और राजनीतिक गलियारों में सरकार बचाने-गिराने की कवायद से बाजार मानों अनजान-सा बना रहा और राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद शेयर बाजार में बढ़त दर्ज की गई।
तीस शेयरों पर आधारित बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स पिछले दो कारोबारी सत्रों में 1,060 अंकों की बढ़त दर्ज करने के बाद सोमवार को शुरुआती कारोबार में 179.08 अंकों की बढ़त हासिल की। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती कारोबार में 49.60 अंक चढ़ गया।
हालांकि बाद में इसमें गिरावट का दौर शुरू हो गया, लेकिन दोपहर बाद इसने अच्छी वापसी की और सेंसेक्स 214.04 अंक चढ़कर 13,850.04 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार समाप्ति पर निफ्टी 67.25 अंकों की तेजी के साथ 4159.50 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि सेंसेक्स में सूचीबद्ध बड़ी कंपनियों के शेयरों में ही सोमवार को बढ़त देखी गई। बीएसई के मझोले और छोटे शेयर दबाव में नजर आए।
बीएसई के मिडकैप में 0.34 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जबकि स्मॉलकैप 0.28 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ। एशियाई बाजार में तेजी का रुख भारतीय बाजार पर भी पड़ा। बाजार को सहारा देने में बैंकिंग और फार्मा सेक्टर का प्रमुख योगदान रहा। बढ़ने वाली कंपनियों में इन्फोसिस, विप्रो, टीसीएस, रैनबैक्सी, एसबीआई, ओएनजीसी, आरकॉम, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रहे।
सेंसेक्स
214.04 अंक उछला
13,850.04 पर बंद
निफ्टी
67.25 अंक उछला
4159.50 पर बंद