Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की दिग्गज ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयर बुधवार (14 मई) को सुबह के कारोबार में दैरान 3 फीसदी तक गिर गए। टाटा मोटर्स के डिविडेंड की भी घोषणा करने के बावजूद शेयरों में कोई पॉजिटिव असर नहीं दिखा।
वाहन दिग्गज टाटा मोटर्स का कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 51% घटकर 8,470 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में करीब 9,000 करोड़ रुपये की आस्थगित कर देनदारियों और तिमाही के दौरान 566 करोड़ रुपये के असाधारण मद की वजह से कंपनी के कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट पर दबाव पड़ा।
ब्रोकरेज नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने टाटा मोटर्स पर अपनी रेटिंग को Reduce पर बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 670 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। जबकि टाटा मोटर्स के शेयर प्राइस मंगलवार को 707.90 रुपये था।
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ब्रोकरेज के अनुसार, हालांकि कंपनी लागत में बचत पर ध्यान केंद्रित कर रही है, लेकिन वैश्विक और घरेलू बाजारों में मांग की सुस्त संभावनाएं और बढ़ते मार्केटिंग/सेल्स प्रमोशन खर्चों के चलते FY25 से FY27E के दौरान EBITDA में केवल 3% की औसत वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) देखने को मिल सकती है।
ग्लोबल ब्रोकरेज कंपनी जेफरीज (Jefferies) ने टाटा मोटर्स पर अपनी रेटिंग को ‘Underperform‘ पर ही बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस को भी घटाकर 630 रुपये कर दिया है।
जेफरीज इंडिया के अनुसार, टाटा मोटर्स के लिए आने वाला साल मुश्किलों भरा रहने वाला है। टाटा के Q4 EBITDA में गिरावट आई है। हालांकि, यह जेफरीज के अनुमान से 4% अधिक है। जेफरीज ने कहा कि EBITDA में गिरावट की वजह JLR का कम मार्जिन है।
एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) ने टाटा मोटर्स पर अपनी रेटिंग को ‘BUY’ से डाउनग्रेड कर ‘Hold’ कर दिया है। हालांकि, स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को 700 से बढ़ाकर 770 रुपये कर दिया है। यह मौजूदा भाव से लगभग 10% ज्यादा है।
ब्रोकरेज ने कहा कि घरेलू पैसेंजर व्हीकल (PV) बाजार में प्रतिस्पर्धा का असर टाटा मोटर्स पर बना हुआ है। जबकि कमर्शियल व्हीकल (CV) क्षेत्र में सुधार की प्रक्रिया बेहद धीमी है। शॉर्ट टर्म में सकारात्मक बदलावों की कमी को देखते हुए हम स्टॉक पर अपनी रेटिंग को ‘BUY’ से घटाकर ‘Hold’ कर रहे हैं।
वाहन दिग्गज टाटा मोटर्स का कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 51% घटकर 8,470 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में करीब 9,000 करोड़ रुपये की आस्थगित कर देनदारियों और तिमाही के दौरान 566 करोड़ रुपये के असाधारण रकम की वजह से कंपनी के कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट पर दबाव पड़ा।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर सिर्फ 0.5 फीसदी तक बढ़कर 118,927 करोड़ रुपये रहा। चौथी तिमाही में एबिटा 4.1 फीसदी घटकर 16,700 करोड़ रुपये रह गया, जबकि कर एवं असाधारण व्यय पूर्व लाभ 2,500 करोड़ रुपये तक बढ़कर 12,100 करोड़ रुपये रहा।
टीएमएल के ग्रुप सीएफओ पी बी बालाजी ने कहा कि चौथी तिमाही का पीएटी कम रहा क्योंकि पिछले साल करीब 9,000 करोड़ रुपये की कर देनदारी स्थगित थी, जबकि पीबीटी में बढ़ोतरी हुई थी। समेकित आधार पर ऑटोमोटिव कारोबार अब कर्ज मुक्त है, जिससे ब्याज लागत कम हो रही है। कंपनी के निदेशक मंडल ने 6 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की सिफारिश की है। इसे शेयरधारकों की मंजूरी मिलनी बाकी है। टाटा मोटर्स का शेयर बुधवार को बीएसई पर 3 फीसदी तक गिर गए थे।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)