Tata Group Stock
Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की दिग्गज ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेस ने स्टॉक पर इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी जारी की है। ब्रोकरेज फर्म शेयरखान (Sharekhan) ने टाटा मोटर्स पर खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। वहीं, नुवामा ने दिग्गज ऑटो शेयर पर REDUCE की रेटिंग दी है। वहीं, मोतीलाल ओसवाल ने टाटा मोटर्स पर न्यूट्रल की राय दी है। जुलाई -सितंबर तिमाही (Q2FY25) के दौरान कंपनी का मुनाफा और आय दोनों में गिरावट दर्ज की गई। ब्रोकरेज का मानना है कि दूसरी छमाही में रिवाइवल देखने को मिल सकता है।
Tata Motors: क्या है टारगेट
ब्रोकरेज फर्म शेयरखान ने टाटा मोटर्स पर खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस घटाकर 1,099 रुपये किया है। 8 नवंबर 2024 को शेयर 806 पर बंद हुआ था। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के लिए दूसरी तिमाही धीमी रही। लेकिन चालू वित्तवर्ष की दूसरी छमाही (H2FY2025) में रिवाइवल आ सकता है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, JLR ने दूसरी तिमाही में सुस्त परफॉर्मेंस के बावजूद पूरे साल का गाइडेंस बरकरार रखा है। नियर टर्म में घरेलू बिजनेस इंडस्ट्री ट्रेंड्स के मुताबिक रह सकता है। कंपनी के कॉमर्शियल बिजनेस ने अपना डबल डिजिट एबिटडा मार्जिन बनाए रखा है। JLR, पैसेंजर व्हीकल्स (PV) और कॉमर्शियल व्हीकल्स (CV) बिजनेस में लगातार सुधार की उम्मीदों के साथ नेट डेट में कमी की संभावनाओं के देखते हुए स्टॉक पर खरीदारी की सलाह बरकरार है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने टाटा मोटर्स पर ‘REDUCE’ की रेटिंग दी है। प्रति शेयर टारगेटा प्राइस 1010 रुपये से घटाकर 767 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि दूसरी तिमाही के नतीजे कमजोर रहे हैं। कंपनी का EBITDA 15% (YoY) घटा है, जोकि हमारे अनुमान से 22 फीसदी नीचे है। रेवेन्यू में कमजोरी और जेएलअर में ज्यादा छूट व मार्केटिंग खर्च का असर कामकाजी मुनाफे पर देखने को मिला। भारतीय कॉमर्शियल सेल्स में सपाट ग्रोथ की उम्मीद है। ऐसा इसलिए क्योंकि इंफ्रा खर्च नरम पड़ने और रेलवे से कॉम्पिटिशन बढ़ने से कॉमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स पर असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में डिमांड आउटलुक कमजोर नजर आ रहा है।
ब्राोकरेज फर्म (Motilal Oswal) ने टाटा मोटर्स पर न्यूट्रल की रेटिंग दी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 840 रुपये दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि जेएलआर के लिए आगे अभी चुनौतियां हैं। मार्जिन पर दबाव देखने को मिल सकता है। कमजोर वॉल्यूम के बावजूद इंडियन बिजनेस बेहतर बना हुआ है। FY24 में सभी सेगमेंट में कंपनी की परफॉर्मेंस दमदार रही। जेएलआर बिजनेस में कमजोरी को देखते हुए ब्रोकरेज ने टाटा मोटर्स के लिए एबिटडा अनुमान FY25/FY26 के लिए 3%/7% घटाया है। शेयर 15x FY25E/FY26E कंसॉलिडेटेड EPS और 6.5x/5.5x EV/EBITDA पर ट्रेड कर रहा है।
Tata Motors: कैसे रहे Q2 नतीजे
टाटा मोटर्स ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट मुनाफा 9.9 फीसदी घटकर 3,450 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,832 करोड़ रुपये था। कंपनी की कंसोलिडेटेड ऑपरेशनल इनकम 1,00,534 करोड़ रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 1,04,444 करोड़ रुपये थी। कुल खर्च 97,330 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह ₹1,00,649 करोड़ रुपये था।
कंपनी का कामकाजी मुनाफा (EBITDA) 11.4 फीसदी गिरकर 11.6 हजार करोड़ रुपये रह गया। टाटा मोटर्स की JLR की आय में दूसरी तिमाही में 5.6 फीसदी की गिरावट आई है और ये घटकर 648 करोड़ पाउंड (YoY) रह गई है.
Tata Motors: शेयर में आई तेजी
कमजोर नतीजों के बावजूद सोमवार (11 November) को टाटा मोटर्स के स्टॉक में सपाट शुरुआत हुई। लेकिन थोड़ी देर में ही शेयर करीब 2.5 फीसदी उछल गया। शुक्रवार को शेयर 806 रुपये पर बंद हुआ है. 2024 में अबतक टाटा मोटर्स का शेयर करीब 4.4% तक चढ़ा है. पिछले छह महीने में टाटा मोटर्स का शेयर करीब 21% टूट चुका है. टाटा मोटर्स के शेयर ने एक साल में 25 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है. BSE पर कंपनी का 52 वीक हाई 1,179 रुपये, 52 वीक लो 644 रुपये है.
डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश संबंधी सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।