Stock To Buy: भारतीय शेयर बाजारों में गुरुवार (30 अक्टूबर) को जोरदार गिरावट देखने को मिली। फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के बावजूद बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 और सेंसेक्स गिरकर बंद हुए। दरअसल फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान ने बाजार की उम्मीदों पर ठंडा पानी डाल दिया। पॉवेल ने कहा कि दिसंबर में दर घटाना तय नहीं है। यानि आगे राहत मिलने की कोई गारंटी नहीं है। निवेशकों को उम्मीद थी कि लगातार दर कटौती से बाजार में पैसा बढ़ेगा। बाजार में इस मूड-माहौल के बीच मोतीलाल ओसवाल ने तिमाही नतीजों के बाद महारत्न पीएसयू कंपनी एनएमडीसी लिमिटेड पर अपनी रिपोर्ट जारी कर दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी का सितंबर तिमाही में प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप रहा है।
मोतीलाल ओसवाल ने एनएमडीसीस पर अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 88 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर निवेशकों को 17 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। एनएमडीसीस के शेयर गुरुवार को 75.91 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज का कहना है कि एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (1HFY26) में बेहतर नतीजे दर्ज किए। मजबूत वॉल्यूम और नेट सेल रियलाइजेशन से कंपनी को फायदा मिला। आगे चलकर, कंपनी के वॉल्यूम के धीरे-धीरे बढ़कर वित्त वर्ष 2027 में लगभग 5.1 करोड़ टन और वित्त वर्ष 2027-28 में 5.4 करोड़ टन तक पहुंचने की उम्मीद है। इसे बढ़ती ईसी लिमिट से बल मिलेगा।
ब्रोकरेज के अनुसार, एनएमडीसी ने उत्पाद मिश्रण को बेहतर बनाने और उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर वित्त वर्ष 2029-30 तक लगभग 10 करोड़ टन तक पहुंचाने के लक्ष्य से विभिन्न निकासी (evacuation) और क्षमता विस्तार परियोजनाओं के लिए पूंजीगत व्यय (Capex) की योजना बनाई है। इसके अलावा, सितंबर 2025 तक एनएमडीसी के पास 7,400 करोड़ रुपये का नेट कैश था और वित्त वर्ष 2026–28 के दौरान कंपनी के मजबूत ऑपरेटिंग कैश फ्लो (OCF) उत्पन्न करने की उम्मीद है। यह इसकी कैपेक्स योजना को बिना अत्यधिक कर्ज लिए पूरा करने में मदद करेगा।
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एनएमडीसी का का सितंबर तिमाही में नेट लाभ पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 41 फीसदी बढ़कर ₹1,683 करोड़ हो गया। रेवेन्यू भी सालाना आधार पर 30 फीसदी बढ़कर 6,378.1 करोड़ रुपये हो गया। एनएमडीसी की ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) इस तिमाही में पिछले वर्ष की तुलना में 44 फीसदी बढ़कर ₹1,993 करोड़ हो गई।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोमिखों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)