शेयर बाजार

Stock Market: बैंकों की बिकवाली शेयर बाजार पर भारी, सूचकांक में आई 1.5 फीसदी की गिरावट; MCap भी घटा

HDFC Bank का शेयर 3.45 फीसदी नीचे आ गया। सूचकांक की गिरावट में अकेले HDFC Bank का योगदान करीब एक-तिहाई रहा।

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- January 23, 2024 | 9:22 PM IST

बैंकिंग शेयरों की चौतरफा बिकवाली के कारण शेयर बाजार में पिछले 6 कारोबारी सत्र में से आज 5वीं बार गिरावट दर्ज की गई। ज़ी एंटरटेनमेंट के शेयर में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, वहीं लाल सागर में संकट ने भी गिरावट को बढ़ाने में योगदान दिया। बेंचमार्क सूचकांक सुबह के कारोबार में तेजी के साथ खुले थे लेकिन कारोबार की समाप्ति पर दिन के उच्च स्तर से करीब 2 फीसदी टूट गए।

शनिवार की तुलना में सेंसेक्स 1.5 फीसदी या 1,053 अंक के नुकसान के साथ 70,371 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 1.5 फीसदी नीचे 21,239 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप में 3.1 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप में 2.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। बिकवाली के दबाव के कारण निवेशकों की पूंजी में करीब 8.4 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी।

एचडीएफसी बैंक का शेयर 3.45 फीसदी नीचे आ गया। पिछले हफ्ते तिमाही नतीजे जारी करने के बाद से एचडीएफसी बैंक का शेयर 15 फीसदी टूट चुका है। सूचकांक की गिरावट में अकेले एचडीएफसी बैंक का योगदान करीब एक-तिहाई रहा।

निफ्टी बैंक सूचकांक 2.3 फीसदी नीचे बंद हुआ। फार्मा को छोड़कर सभी सेक्टर के सूचकांक गिरावट में रहे। ज़ी एंटरटेनमेंट में 31 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आने से निफ्टी मीडिया करीब 13 फीसदी टूट गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने 18,300 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के शेयरों की बिकवाली की है। आज भी उन्होंने 3,115 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों ने महज 214 करोड़ रुपये की लिवाली की।

जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘उच्च मूल्यांकन और मिले-जुले नतीजों के कारण विदेशी निवेशकों ने बिकवाली की है। इसके साथ ही पश्चिम एशिया और लाल सागर में तनाव बढ़ने से भी बाजार में गिरावट आई है। निवेशकों ने बाजार में हालिया तेजी का लाभ उठाने के लिए कुछ मुनाफावसूली भी की है।’

फिच समूह ने सोमवार को कहा था कि हूती के हमलों के कारण लाल सागर में बढ़ते तनाव एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के लिए तुलनात्मक रूप से ज्यादा जोखिम हैं।

विश्लेषकों ने कहा कि चीन द्वारा अपने शेयर बाजार में नई जान फूंकने के उद्देश्य से किए जा रहे उपायों के कारण देसी बाजार में निवेश प्रवाह कुछ कम हो सकता है। चीन की सरकारी कंपनियां करीब 2 लाख करोड़ रुपये युआन की खरीद कर रही है। इससे हॉन्ग कॉन्ग के बाजार में करीब 3 फीसदी की तेजी आई है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में रिटेल शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘कमजोर वैश्विक संकेतों और मिलेजुले तिमाही नतीजों के कारण सकारात्मक संकेत आने तक बाजार में उठापटक देखी जा सकती है।’

निफ्टी 50 में सिप्ला में सबसे ज्यादा 7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। सन फार्मा, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई बैंक 3 से 4 फीसदी लाभ में रहे। इंडसइंड बैंक में सबसे ज्यादा 6.1 फीसदी और कोल इंडिया में 5.9 फीसदी और ओएनजीसी में 5 फीसदी की गिरावट आई।

First Published : January 23, 2024 | 9:22 PM IST