Stock Market Closing Bell, 29 May 2025: एशियाई बाजारों में तेजी के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (29 मई) को उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में चढ़कर बंद हुआ। कारोबार के आखिरी आधे घंटे में तेज खरीदारी से प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और सेंसेक्स सरपट दौड़कर हरे निशान में बंद हुए। इससे पहले बाजार ज्यादातर समय सपाट या लाल निशान में कारोबार कर रहा था।
अमेरिकी ट्रेड कोर्ट की तरफ से अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के टैरिफ बिल पर रोक लगाने के बाद आईटी स्टॉक्स (IT Stocks) में तेजी से बाजार को पुश मिला। विदेशी निवेशकों (FIIs) की खरीदारी और वैश्विक व्यापार तनाव में कमी के कारण निफ्टी और सेंसेक्स में अप्रैल के निचले स्तर से क्रमशः लगभग 13 प्रतिशत और 14 फीसदी चढ़ गए हैं।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 200 से ज्यादा अंक चढ़कर 81,591.03 पर ओपन हुआ। खुलते ही इसमें तेजी देखने को मिली। हालांकि, बाद में यह लाल निशान में फिसल गया। अंत में यह 320.70 अंक या 0.39% की बढ़त लेकर 81,633.02 पर क्लोज हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी मजबूती के साथ 24,825.10 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,677.30 अंक तक गिर गया था। अंत में यह 81.15 अंक या 0.33% की मजबूती के साथ 24,833.60 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में 30 में से 24 शेयरों में तेजी रही। इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, इटरनल, अदाणी पोर्ट्स और टाटा स्टील प्रमुख रूप से बढ़त में बंद हुए। दूसरी तरफ, बजाज ट्विन्स, एशियन पेंट्स, आईटीसी, टीसीएस और एनटीपीसी के शेयर गिरावट में बंद हुए।
घरेलू बाजार में 13 प्रमुख सेक्टर में से दस में तेजी आई। इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनियों में 0.8% तक की तेजी आई और बेंचमार्क के लिए यह सबसे बड़ी बढ़त थी। मेटल शेयरों में 1.2% की तेजी आई। इसमें जिंदल स्टेनलेस और जेएसडब्ल्यू स्टील में क्रमशः 3.8% और 0.9% की तेजी आई।
अमेरिका के एक फेडरल कोर्ट ने बुधवार को ट्रंप को ‘आपातकालीन शक्तियों’ के कानून का हवाला देते हुए आयात पर बड़े टैरिफ लगाने से रोक दिया। यह फैसला न्यूयॉर्क स्थित अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय ट्रेड न्यायालय की तीन जजों की समिति ने दिया है। ट्रंप की ये टैरिफ लगाने की योजना अदालत के इस फैसले के बाद थम गई है।
ट्रंप का कहना था कि इन टैरिफ से अमेरिकी फैक्ट्रियों को वापस लाने में मदद मिलेगी और इससे फेडरल बजट घाटे को कम करने के लिए जरूरी राजस्व भी मिलेगा। लेकिन कई मुकदमे दायर किए गए हैं जिनमें यह आरोप लगाया गया है कि ट्रंप ने अपने अधिकारों का दायरा पार कर दिया है।
वैश्विक बाजारों में पॉजिटिव रुख के बावजूद भारतीय शेयर बाजार बुधवार (28 मई) को लगातार दूसरे ट्रेडिंग सेशन में गिरावट में बंद हुए। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 239.31 अंक या 0.29% की गिरावट लेकर 81,312.32 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी 73.75 अंक या 0.30% की गिरावट के साथ 24,752.45 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में गुरुवार को तेजी देखी गई। यह अमेरिकी के एक कोर्ट के फैसले के चलते आई है। अमेरिकी संघीय अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाया कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैरिफ लगाकर अपने अधिकार का अतिक्रमण किया है।
जापान का निक्केई में 1.16 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि ब्रोडर टॉपिक्स इंडेक्स में 1.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कोस्पी में 1.07 प्रतिशत तथा एएसएक्स200 में 0.27 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अमेरिकी कोर्ट के निर्णय और एनवीडिया के उत्साहजनक परिणामों के बाद अमेरिकी फ्यूचर्स में तेजी आई। एसएंडपी 500 फ्यूचर्स में 1.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई। नैस्डैक 100 फ्यूचर्स में 1.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई तथा डाउ जोन्स फ्यूचर्स में 1.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एसएंडपी 500 में 0.56 प्रतिशत की गिरावट आई। नैस्डैक कंपोजिट में 0.51 प्रतिशत की गिरावट आई तथा डाऊ जोन्स में 0.58 प्रतिशत की गिरावट आई।