Stock Market Closing Bell, Wednesday, May 14, 2025:वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रूखे के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार (14 मई) को उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में हरे निशान में बंद हुए। आखिरी एक घंटे में खरीदारी से बाजार चढ़कर बंद होने में कामयाब रहा। अमेरिका में मंदी को लेकर घबराहट कम होने से आईटी स्टॉक्स में तेजी और अमेरिकी डॉलर कमजोर होने से मेटल कंपनियों के शेयरों में बढ़त से बाजार चढ़कर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और भारती एयरटेल के शेयर में तेजी से भी बाजार को सपोर्ट मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज बढ़त के साथ 81,278.49 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 81,691.87 अंक तक चढ़ गया था। अंत में सेंसेक्स 182.34 अंक या 0.22% की बढ़त लेकर 81,330.56 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 भी मजबूती के साथ 24,613.80 अंक पर ओपन हुआ। शुरुआती कारोबार में यह 24,767.55 अंक तक चढ़ गया था। अंत में यह 88.55 अंक या 0.36% की मजबूती के साथ 24,666.90 के लेवल पर क्लोज हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर लगभग 4% चढ़कर बंद हुआ। इसके अलावा इटरनल, टेक महिंद्रा, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक और एचसीएल टेक प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ, खराब तिमाही नतीजों के चलते एशियन पेंट्स और टाटा मोटर्स सबसे ज्यादा गिरकर बंद हुए। साथ ही कोटक बैंक, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, एचडीएफ़सी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
भारत ने मंगलवार को डब्ल्यूटीओ को सूचित किया था कि अमेरिका द्वारा सुरक्षा शुल्क लगाए जाने से भारत द्वारा अमेरिका को किया जाने वाला 7.6 अरब डॉलर का निर्यात प्रभावित होगा, जिस पर अमेरिका का शुल्क संग्रह 1.91 अरब डॉलर होगा। अधिसूचना में कहा गया है कि इसी के मुताबिक भारत की रियायतों के निलंबन के बाद अमेरिका के उत्पादों पर भी समान शुल्क वसूला जाएगा।
इसके चलते बुधवार को मेटल स्टॉक्स में बढ़त देखने को मिली। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) के शेयर करीब 2.5% चढ़ गए। इसके अलावा टाटा स्टील 4 फीसदी के करीब चढ़ गया। हिंदुस्तान कॉपर और हिंदुस्तान ज़िंक समेत वेदांत लिमिटेड में भी बढ़त देखने को मिली।
आईटी कंपनियों के शेयर 1.34% की बढ़त हासिल की। आईटी कंपनियां अपने रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका से प्राप्त करती हैं। कारोबार संबंधी चिंताओं में कमी के कारण अमेरिकी में मंदी की आशंका में कमी आई है।
अप्रैल 2025 में थोक महंगाई दर गिरकर 0.85% हो गई है। मार्च में ये 2.05% थी। ये जानकारी सरकार ने बुधवार को दी। थोक महंगाई में ये गिरावट पेट्रोल-डीजल, बिजली और कच्चे माल की कीमतें कम होने की वजह से हुई। मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी चीजों की कीमतें ज्यादा नहीं बदलीं। थोक महंगाई (WPI) उस कीमत को दिखाती है जिस पर कंपनियां एक-दूसरे को सामान बेचती हैं। इससे देश में सामान की सप्लाई और डिमांड का अंदाज़ा मिलता है। अप्रैल 2025 में खुदरा महंगाई (CPI) 3.16% रही। ये जुलाई 2019 के बाद सबसे कम है। ये आंकड़े सरकार ने मंगलवार को जारी किए।
एशियाई बाजारों में बुधवार को मिलाजुला रुख रहा। जापान का निक्केई 225 0.57 प्रतिशत गिरा। जबकि टॉपिक्स में 1.05 प्रतिशत की गिरावट आई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.67 प्रतिशत ऊपर रहा और कोसडैक 0.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ स्थिर रहा। ऑस्ट्रेलिया का बेंचमार्क एसएंडपी/एएसएक्स 200 0.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ स्थिर रहा। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 1.16 प्रतिशत चढ़ा, जबकि मुख्य भूमि चीन का सीएसआई 300 0.21 प्रतिशत नीचे रहा।
वॉल स्ट्रीट इंडेक्स मंगलवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। एसएंडपी 500 0.72 प्रतिशत बढ़कर 5,886.55 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट 1.61 प्रतिशत चढ़कर 19,010.08 पर बंद हुआ। जबकि डॉव जोन्स 0.64 प्रतिशत गिरकर 42,140.43 पर बंद हुआ। इस बीच, अमेरिकी शेयर फ्यूचर्स नकारात्मक रुख के साथ स्थिर रहे।