शेयर बाजार

Closing Bell: हैवीवेट स्टॉक्स में मुनाफावसूली से बाजार में बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 1282 अंक लुढ़का; निफ्टी 24,578 पर बंद, Infosys टॉप लूजर

सेक्टोरल मोर्चे पर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई। इसके बाद एफएमसीजी, फाइनेंशियल सर्विसेज, ऑटोमोबाइल और निजी बैंक शामिल हैं।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- May 13, 2025 | 4:07 PM IST

Stock Market Closing Bell, Tuesday, May 13, 2025:वैश्विक बाजारों से मजबूत संकेतो के बावजूद भारतीय शेयर बाजर के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और बीएसई सेंसेक्स मंगलवार (13 मई) को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। इससे एक दिन पहले सोमवार को बाजार में चार साल में सबसे बड़ी एकदिवसीय बढ़त लेकर बंद हुए थे।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 180 अंक गिरकर 82,249.60 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 81,043.69 अंक तक फिसल गया था। अंत में यह 1281.68 अंक या 1.55% की गिरावट लेकर 81,148.22 पर बंद हुआ।

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी गिरावट के साथ 24,864.05 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,547.50 अंक के नीचले स्तर तक गया। अंत में यह 346.35 अंक या 1.39% की गिरावट के साथ 24,578.35 पर बंद हुआ।

सेक्टोरल मोर्चे पर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई। इसके बाद एफएमसीजी, फाइनेंशियल सर्विसेज, ऑटोमोबाइल और निजी बैंक शामिल हैं। दूसरी तरफ, पीएसयू बैंक और फार्मास्युटिकल शेयरों ने बाजार में बिकवाली के रुख के बावजूद बढ़त बनाए रखी है।

शेयर बाजार में मंगलवार, 13 मई को गिरावट की वजह?

1. भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव को लेकर मंडराता डर

विश्लेषकों का मानना ​​है कि भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है। इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक जी चोक्कालिंगम ने कहा कि निवेशक सतर्क हैं। उन्हें डर है कि पाकिस्तान की ओर से कोई भी जवाबी कार्रवाई स्थिति को और बिगाड़ सकती है।

पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले में 27 लोग मारे गए थे। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ जवाबी कार्रवाई की। इसमें पाकिस्तान के खिलाफ़ कई सुनियोजित दंडात्मक कार्रवाई की गई।

2. अमेरिका-चीन ट्रेड वार्ता भारत के लिए नकारात्मक

अमेरिका और चीन ने 90 दिन के ट्रेड वॉर रोकने पर सहमति जताई है। इससे दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर कम हुआ। इस समझौते के तहत, अमेरिका चीन के आयात पर हाल ही में लगाए गए टैरिफ को 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर देगा। जबकि चीन अमेरिकी वस्तुओं पर अपने शुल्क को 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर देगा। एनालिस्ट्स के अनुसार, यह कदम भारत के लिए नकारात्मक हो सकता है क्योंकि चीन एक प्रमुख प्रतिस्पर्धी बन सकता है।

3. प्रॉफिट बुकिंग

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के वरिष्ठ प्रबंधक (टेक्नीकल रिसर्च) जिगर एस पटेल के अनुसार, यह गिरावट तब देखी गई जब इंडेक्स 25,080 के आसपास एक प्रमुख प्रतिरोध क्षेत्र के करीब पहुंच गया। उन्होंने कहा कि निवेशक अक्सर ऐसे क्षेत्रों में बिकवाली के दबाव की उम्मीद करते हैं, जो यहां मुनाफावसूली के रूप में सामने आया। इसने बाजार में हाल ही में ऊपर की ओर गति को रोक दिया।

वैश्विक बाजारों का क्या हाल?

इस बीच, अमेरिका-चीन व्यापार समझौते के बाद वॉल स्ट्रीट में तेजी आने के बाद मंगलवार को एशियाई बाजारों में तेजी आई। जापान के निक्केई में 2.17 प्रतिशत की उछाल आई और टॉपिक्स में 1.77 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.13 प्रतिशत बढ़ा। ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स 200 0.71 प्रतिशत बढ़ा।

सोमवार को कैसी थी बाजार की चाल?

सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 2,975.43 अंक या 3.7 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,429.90 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी50… 916.7 अंक या 3.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,924.7 के स्तर पर बंद हुआ। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने तथा चीन और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते जैसी वैश्विक और घरेलू सकारात्मक घटनाओं के मेल से सोमवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में तेज़ उछाल देखने को मिला।

First Published : May 13, 2025 | 8:27 AM IST