Reliance share Price: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर सोमवार (21 जुलाई) को बाजार खुलते ही 2 फीसदी से ज्यादा गिर गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद आई है। कंपनी ने शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद तिमाही नतीजे जारी किये थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुनाफा उम्मीद से बेहतर रहा। कंपनी का मुनाफा 78.3 फीसदी बढ़ा। एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बेचने से करीब 9,000 करोड़ रुपये की एकमुश्त कमाई होने से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। हालांकि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में संचयी शुद्ध आय 5.1 फीसदी बढ़ी जो उम्मीद से कम है। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की तुलना में कंपनी की आय 6.8 फीसदी घटी है।
तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेस ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) पर अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी की रिपोर्ट जारी कर दी है। कई ब्रोकरेज कंपनियों ने जून तिमाही के नतीजों के बाद स्टॉक पर खरीदने की सलाह दी है। जबकि कुछ की राय अलग है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा इक्विटीज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर ‘BUY’ रेटिंग दिए है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस घटाकर 1,767 रुपये कर दिया है। पहले यह 1,801 रुपये था। इस तरह, शेयर मौजूदा भाव से 20 फीसदी का अपसाइड दे सकता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर शुक्रवार को 1476 रुपये पर बंद हुए।
नुवामा का मानना है कि अगले चार से छह तिमाहियों में नया एनर्जी इकोसिस्टम में तेजी से विकसित होगा। ब्रोकरेज के अनुसार, यह एक ऐसा कारक होगा, जो कई दशकों तक लगातार ग्रोथ को सपोर्ट करेगा। ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि रिलायंस का पेट्रोकेमिकल विस्तार वित्त वर्ष 2026-27 के लिए सही दिशा में है और अमेरिकी ईथेन आयात में वृद्धि से मार्जिन में वृद्धि होगी।
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ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1,726 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। पहले यह 1,700 रुपये था। इस तरह, शेयर 17% का अपसाइड दे सकता है। ब्रोकरेज ने कहा कि रिफाइनिंग का आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है, भले ही रिफाइनरी बंद होने से ओ2सी कारोबार प्रभावित हुआ है। जेफरीज ने कहा कि अब ध्यान कंपनी की वार्षिक आम बैठक पर केंद्रित होगा। इसमें टैरिफ वृद्धि से पहले जियो की संभावित लिस्टिंग की उम्मीद है।
नोमुरा ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपनी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने शेयर 1600 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह शेयर के मौजूदा लेवल से 8 फीसदी ज्यादा है। नोमुरा को निकट भविष्य में रिलायंस के लिए ग्रोथ के तीन कारक नजर आ रहे हैं। नए ऊर्जा कारोबार का विस्तार। जियो के लिए टैरिफ में बढ़ोतरी और जियो के लिए संभावित आईपीओ और लिस्टिंग।
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में उम्मीद से बेहतर मुनाफा कमाया। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 78.3 फीसदी बढ़ा। एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बेचने से करीब 9,000 करोड़ रुपये की एकमुश्त कमाई होने से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। हालांकि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में संचयी शुद्ध आय 5.1 फीसदी बढ़ी जो उम्मीद से कम है। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की तुलना में कंपनी की आय 6.8 फीसदी घटी है।
ओ2सी और तेल एवं गैस कारोबार में धीमी वृद्धि से कंपनी की आय कम बढ़ी। आरआईएल की दूरसंचार इकाई जियो प्लेटफॉर्म और रिटेल इकाई रिलायंस रिटेल ने दमदार प्रदर्शन किया। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में रिलायंस को 26,994 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 15,138 करोड़ रुपये और चौथी तिमाही में 19,407 करोड़ रुपये था। कंपनी ने एशियन पेंट्स में अपनी 4.9 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर एकबारगी 8,924 करोड़ रुपये की कमाई की।
(डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)