Reliance Industries Share: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर सोमवार (28 अप्रैल) को शुरुआती कारोबार में 5 प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर ₹1357 के हाई पर पहुंच गए। रिलायंस के मार्च तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहने के चलते शेयर में खरीदारी देखी गई। कारोबार का वॉल्यूम भी काउंटर पर तेज था और कारोबार के पहले 3 मिनट में एनएसई काउंटर पर 33 लाख से अधिक शेयरों का लेन-देन हुआ।
तेल से लेकर खुदरा और टेलीकॉम सेक्टर में काम करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्च तिमाही में नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 2.4 फीसदी बढ़कर 19,407 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। राजस्व में भी इजाफा हुआ और यह बीती तिमाही में सालाना आधार 10.5% की वृद्धि के साथ 2,61,388 करोड़ रुपये रहा। तिमाही आधार पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 4.7 प्रतिशत और इनकम 8.9 प्रतिशत बढ़ी है।
इस बीच, मार्च तिमाही के नतीजों के बाद ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। साथ ही ब्रोकरेज कंपनियों ने रिलायंस के शेयर के अगले 12 महीनों में 1700 रुपये तक जाने अनुमान जताया है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर BUY की सलाह बनाए रखी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 1,708 रुपये प्रति शेयर रखा है। शुक्रवार को स्टॉक 1300 रुपये पर बंद हुआ था। इस तरह, मौजूदा भाव से स्टॉक में आगे करीब 32 फीसदी का तगड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।
ब्रोकरेज के अनुसार, RIL का Q4FY25 EBITDA सालाना आधार पर 3% बढ़कर 43,800 करोड़ रुपये रहा। यह अनुमान से बेहतर था। सभी सेक्टरों में मजबूत प्रदर्शन के कारण इसमें इजाफा हुआ। HJT माड्यूल मेन्युफेक्चरिंग प्लांट का शुरू होना पॉजिटिव है। यह नई एनर्जी के अवसरों को खोलने में मदद करेगा।
Nuvama को उम्मीद है कि रिलायंस का नया ऊर्जा क्षेत्र और O2C (ऑयल टू केमिकल्स) बिजनेस कंपनी की अगली ग्रोथ का आधार बनेंगे। कंपनी का यह मानना है कि ‘गोल्डन रिफाइनिंग एरा’ की थ्योरी अब भी कायम है। इसमें प्रति बैरल $10 से ज्यादा का रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) मिलने की संभावना है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने रिलायंस पर खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है। टारगेट प्राइस मामूली रूप से बढ़कर 1,515 रुपये प्रति शेयर रखा है। यह मौजूदा भाव से करीब 17 फीसदी ज्यादा है। ब्रोकरेज का कहना है कि रिलायंस ग्रुप की रिटेल सेक्टर वृद्धि में सुधार से चौथी तिमाही स्थिर रही। हालांकि, रिलायंस जियो का प्रदर्शन थोड़ा कमजोर रहा।
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर अपनी “खरीदें” रेटिंग बरकरार रखी। साथ ही ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 1,650 रुपये है। ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत परिणामों का हवाला दिया है। साथ ही नए एनर्जी बिजनेस में विस्तार, जियो के आगे चलकर टैरिफ बढ़ाने और जियो की संभावित आईपीओ/लिस्टिंग जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को हाईलाइट किया है।
ब्रोकरेज फर्म सिस्टमैटिक्स इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Systematix) ने RIL पर 1,541 रुपये प्रति शेयर के टारगेट के साथ BUY की सलाह बनाए रखी है। वहीं, एंटिक ब्रोकिंग (Antique Broking) ने रिलायंस के लिए टारगेट प्राइस मामूली रूप से बढाकर 1485 रुपये कर दिया है। साथ ही BUY रेटिंग बरकरार रखी है।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्च तिमाही में मुनाफा सालाना आधार पर 2.41 फीसदी बढ़कर 9,407 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 18,951 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही, रिलायंस ने अपने निवेशकों के लिए 5.5 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की भी घोषणा की है।
कंपनी की परिचालन आय (रेवेन्यू) में भी इस तिमाही में शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली। वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में रिलायंस की परिचालन आय 2,64,573 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2,40,715 करोड़ रुपये थी। यह लगभग 10 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी को दर्शाता है। तेल, टेलीकॉम, और रिटेल जैसे सेक्टर्स में कंपनी के मजबूत प्रदर्शन ने इस बढ़ोतरी में अहम भूमिका निभाई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर अपने हाई से 24% नीचे चल रहा है। स्टॉक का 52 वीक्स हाई 1,608.95 रुपये और 52 वीक्स लो 1,115.55 रुपये है। हालांकि, पिछले कुछ समय में शेयर में पॉजिटिव मूवमेंट देखने को मिला है। एक महीने में शेयर 6.33% चढ़ा है। तीन महीने में शेयर में लगभग 10% की तेजी आई है। हालांकि, एक साल में स्टॉक 6.60% गिरा है। दो साल में स्टॉक ने 21.38% और पांच साल में 107.59% का रिटर्न दिया है। बीएसई पर स्टॉक का मॉर्केट कैप 18,37,763 करोड़ रुपये है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)