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Power PSU Stock: भारतीय शेयर बाजारों में लंबे समय तक जारी गिरावट के बाद बीते दो कारोबारी सेशन से रिकवरी देखने को मिल रही है। इस रिकवरी में कई शेयर निवेश के लिए आकर्षक नजर आ रहे हैं। इनमें चुनिंदा PSU Stocks भी हैं। ब्रोकरेज फर्म एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग (Antique Stock Broking) पावर सेक्टर के स्टॉक पावरग्रिड कॉरपोरेशन (Power Grid Corporation) पर बुलिश है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की स्टेबल परफॉर्मेंस और लगातार मिल रहे ऑर्डर पॉजिटिव संकेत हैं। शेयर आगे एक अच्छी रैली दिखा सकता है। हाल की करेक्शन में शेयर अपने हाई से करीब 28 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है।
एंटीक ने पावरग्रिड कॉर्प पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। FY27E के लिए PBV मल्टीपल 3x के आधार पर स्टॉक का टारगेट प्राइस 353 रुपये प्रति शेयर रखा है। बुधवार (5 मार्च) को शेयर 265 पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक आगे करीब 33 फीसदी का तगड़ा रिटर्न जेनरेट कर सकता है। ब्रोकरेज का कहना है कि शेयर 3-4% का आकर्षक डिविडेंड यील्ड भी ऑफर करता है।
इंट्राडे में पावरग्रिड के शेयर में 265 रुपये पर सपाट कारोबार शुरू हुआ। दोपहर 12:30 बजे तक के कारोबार में स्टॉक ने 266.55 का हाई और 260.70 का लो बनाया। स्टॉक अपने 52 हफ्ते के हाई (366) से करीब 28 फीसदी टूट चुका है। PSU Stock का 52 हफ्ते का लो 247.50 है। BSE पर स्टॉक का मार्केट कैप 2.45 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
गुरुवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 500 से ज्यादा अंक चढ़कर 74,308 पर खुला। हालांकि, कुछ ही देर में यह लाल निशान में फिसल गया। उसके बाद फिर हरे निशान में आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी मजबूती के साथ 22,476 पर ओपन हुआ।
एंटीक ब्रोकिंग की रिपोर्ट के मुताबिक, पावरग्रिड कॉरपोरेशन (PWGR) ने वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले 3-6 महीनों में यह इंडेक्स से कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। पिछले 3-6 महीनों में स्टॉक में 19%-20% की गिरावट दर्ज की गई, जिसका मुख्य वजह PBV (Price to Book Value) मल्टीपल में करेक्शन था। हालांकि, इस दौरान FY25-27E के लिए अनुमानित EPS में सिर्फ 3%-4% की कटौती हुई।
कंपनी के बिजनेस की बात करें तो मजबूत ऑर्डर बुक और भविष्य की संभावनाएं दमदार है। 9MFY25 (वित्त वर्ष 2025 की पहले नौ महीनों) में पावरग्रिड का ऑर्डर बुक ₹1.4 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जो FY24 की तुलना में 60 फीसदी ज्यादा है। कंपनी को लगातार ट्रांसमिशन ऑर्डर खासतौर पर TBCB (Tariff Based Competitive Bidding) के तहत मिल रहे हैं। FY25 की पहली नौ महीनों में कंपनी ने जिन ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स के लिए बोली लगाई, उनमें से 58 फीसदी ऑर्डर हासिल किए। FY25-32E में 6 लाख करोड़ रुपये के नए बिडिंग अवसर देखने की उम्मीद है, जिससे ऑर्डर बुक और मजबूत हो सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने (9MFY25 ) CERC (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन) के नियमों के चलते नेट प्रॉफिट (PAT) प्रभावित हुआ है, जिससे EPS में सालाना सिर्फ 3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। FY26 से बेस स्टेबल होते ही EPS ग्रोथ में सुधार देखने को मिल सकता है। FY26-27E में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट ग्रोथ 7-8% रहने की उम्मीद है। कंपनी का FY26 में 25,000 करोड़ रुपये और FY27 में 34,100 रुपये करोड़ के पूंजीकरण (capitalization) का अनुमान है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)