प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने जून 2025 को खत्म हुई तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। एक्सचेंज ने बताया कि उसका मुनाफा पिछले तीन महीनों की तुलना में 10 फीसदी बढ़कर 2,924 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ ही, NSE की कुल आय 9 फीसदी बढ़कर 4,798 करोड़ रुपये रही, जो पिछली तिमाही में 4,397 करोड़ रुपये थी। इस बढ़ोतरी का बड़ा कारण कैश मार्केट और डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग वॉल्यूम का बढ़ना रहा।
NSE ने बताया कि जून तिमाही में ट्रांजैक्शन चार्जेस से होने वाली आय 7 फीसदी बढ़कर 3,150 करोड़ रुपये हो गई। यह बढ़ोतरी कैश मार्केट और डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग की मात्रा बढ़ने की वजह से हुई। इसके अलावा, प्रति शेयर आय (गैर-वार्षिक आधार पर) भी बढ़कर 11.81 रुपये हो गई, जो पिछली तिमाही में 10.71 रुपये थी।
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NSE ने इस तिमाही में सरकार के खजाने में 14,331 करोड़ रुपये का योगदान दिया। इसमें सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) और कमोडिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (CTT) के रूप में 12,338 करोड़ रुपये शामिल हैं, जिसमें से 54 फीसदी कैश मार्केट और 46 फीसदी इक्विटी डेरिवेटिव्स से आए। इसके अलावा, स्टांप ड्यूटी के रूप में 875 करोड़ रुपये, SEBI फीस के रूप में 265 करोड़ रुपये, इनकम टैक्स के रूप में 338 करोड़ रुपये और GST के रूप में 515 करोड़ रुपये दिए गए।
NSE का ऑपरेटिंग EBITDA मार्जिन भी इस तिमाही में सुधरकर 78 फीसदी हो गया, जो पिछली तिमाही में 74 फीसदी और पिछले साल की जून तिमाही में 69 फीसदी था। इसके साथ ही, एक्सचेंज ने इस तिमाही में 37 फीसदी का रिटर्न ऑन इक्विटी हासिल किया।
ट्रेडिंग वॉल्यूम की बात करें तो जून तिमाही में कैश मार्केट सेगमेंट में औसत दैनिक ट्रेडिंग वॉल्यूम (ADTV) 1,08,542 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही से 14 फीसदी ज्यादा है। इक्विटी फ्यूचर्स सेगमेंट का ADTV 1,68,430 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहीं, इक्विटी ऑप्शंस (प्रीमियम वैल्यू) का ADTV 55,514 करोड़ रुपये रहा, जो 9 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है।