प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
भारत की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) बजाज फाइनेंस ने 30 जून, 2025 को खत्म हुई तिमाही के रिजल्ट की घोषणा कर दी है। कंपनी ने इस तिमाही शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने मुनाफे और ब्याज से मिलने वाली आय में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की। इसके पीछे कंपनी के लोन बुक और एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में आई तेजी रही।
बीती तिमाही कंपनी का मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) पिछले साल की तुलना में 22 फीसदी बढ़कर 4,765 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह 3,912 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही, कंपनी की शुद्ध ब्याज आय (नेट इंटरेस्ट इनकम) भी 22 फीसदी उछलकर 10,227 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल 8,365 करोड़ रुपये थी। कंपनी की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी 25 फीसदी बढ़कर 4,41,450 करोड़ रुपये हो गईं, जो पिछले साल 3,54,192 करोड़ रुपये थी।
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बजाज फाइनेंस ने इस तिमाही में अपने कारोबार को और मजबूत किया। कंपनी ने 47 लाख नए ग्राहक जोड़े, जो इसकी ग्राहक आधार की ताकत को दिखाता है। इसके अलावा, कंपनी की जमा राशि (डिपॉजिट बुक) में भी 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 62,774 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। हालांकि, कंपनी को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। इस दौरान क्रेडिट कॉस्ट बढ़ा और प्रावधान (प्रोविजन) 2,223 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (GNPA) भी थोड़ा बढ़कर 0.86 फीसदी हो गया। फिर भी, कंपनी ने सतर्क रवैया अपनाते हुए प्रावधान को नियंत्रित रखा।
बजाज फाइनेंस के बिजनेस हेड भाविक जोशी ने कहा कि कंपनी ने मजबूत क्रेडिट डिमांड के दम पर शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, ब्याज दरों में सख्ती और फंड की लागत में 8 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी से नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में 23 बेसिस पॉइंट की कमी आई। फिर भी, कंपनी ने 21.2 फीसदी की PPOP ग्रोथ हासिल की। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए 25-27 फीसदी AUM और 23-24 फीसदी मुनाफा बढ़ोतरी का टारगेट रखा है।