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IOCL, BPCL, HPCL के शेयर 52 वीक हाई पर, अब खरीदने पर होगा फायदा? जानें ब्रोकरेज का नजरिया

Maharatna PSU Stocks: एनालिस्ट्स के अनुसार, हाल ही में ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRMs) में सुधार और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण ऑयल मार्केटिंग कंपनियां फोकस में हैं।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- November 03, 2025 | 6:06 PM IST

Maharatna PSU Stocks: इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम जैसी ऑइल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर सोमवार (3 अक्टूबर) को फोकस में रहे। इन कंपनियों के शेयर ट्रेडिंग सेशन के दौरान अपने 52 वीक हाई पर पहुंच गए।

एनालिस्ट्स के अनुसार, हाल ही में ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRMs) में सुधार और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण ऑयल मार्केटिंग कंपनियां फोकस में हैं। इन दोनों कारकों से कंपनियों की प्रॉफिटेबिलिटी और मार्केटिंग मार्जिन को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

पिछले एक हफ्ते में ऑइल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में 6 से 8 फीसदी की तेजी के साथ बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है। इस दौरान, बीएसई आयल एवं गैस इंडेक्स में 3.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि बीएसई सेंसेक्स में 0.91 फीसदी की गिरावट आई।

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इस बीच, एचपीसीएल बीएसई पर अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर पर कारोबार कर रहा है। बीपीसीएल और आईओसीएल अपने-अपने ऑल टाइम हाई लेवल के करीब कारोबार कर रहे हैं। बीपीसीएल ने 30 सितंबर, 2024 को 376 रुपये का रिकॉर्ड हाई लेवल छुआ था और इंडियन ऑइल ने 8 फरवरी, 2024 को 196.80 रुपये का रिकॉर्ड हाई लेवल छुआ था।

IOCL, BPCL, HPCL में तेजी की वजह ?

ऐसा मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, ऑयल एंड गैस सेक्टर के जुलाई से सितंबर तिमाही के नतीजों में अब तक मजबूत प्रदर्शन देखने को मिला है। इसका प्रमुख कारण ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMCs) रही हैं। तीनों OMCs ने ईबिटडा (EBITDA) अनुमानों से कहीं बेहतर नतीजे दिए, जो ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) में 44 से 66 प्रतिशत की बढ़त और मजबूत मार्केटिंग मार्जिन के कारण संभव हुआ।

ब्रोकरेज के अनुसार, 8 अगस्त 2025 को केंद्र सरकार ने घरेलू एलपीजी की बिक्री पर हुई घाटे की भरपाई के लिए तीन सरकारी ऑयल कंपनियों को 30,000 करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने की मंजूरी दी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन को 14,500 करोड़ रुपये, भारत पेट्रोलियम को 7,600 करोड़ रुपये और एचपीसीएल को 7,900 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी है। यह रकम 12 बराबर किश्तों में दी जाएगी। भुगतान की प्रक्रिया नवंबर 2025 से हर महीने शुरू होगी।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स ने कहा कि टेक्निकल दृष्टि से बीएसई ऑयल एंड गैस इंडेक्स ने अपने पिछले मल्टी-ईयर ब्रेकआउट जोन से मजबूत वापसी की है। यह फिर से मजबूत अपट्रेंड की शुरुआत का संकेत है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन इस समय आकर्षक दिख रहा है। कंपनी ने 20 महीने पुरानी गिरावट की ट्रेंडलाइन तोड़ दी है। यह संकेत देता है कि स्ट्रक्चरल बदलाव हो रहा है और आगे बढ़त की संभावना है।

BPCL पर टारगेट प्राइस ₹415

मोतीलाल ओसवाल ने बीपीसीएल पर अपनी रेटिंग को ‘Neutral’ पर बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 340 रुपये का स्टॉप लॉस लगाने के साथ 395 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 11 फीसदी 8 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। बीपीसीएल के शेयर सोमवार को 367 रुपये पर बंद हुए।

इसके अलावा ब्रोकरेज फर्म यस सिक्योरिटीज (Yes Securities) ने बीपीसीएल पर 415 रुपये के नए टारगेट प्राइस के साथ ‘BUY’ रेटिंग बनाए रखी है।

HPCL पर टारगेट प्राइस: ₹430

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम पर अपनी रेटिंग को ‘REDUCE’ पर बरकरार रखा है। साथ ही स्टॉक पर 430 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह शेयर के मौजूदा भाव 483 से 11 फीसदी कम है।

 

 

 

(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोमिखों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : November 3, 2025 | 5:53 PM IST