IndusInd Bank share price: प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंकों में से एक इंडसइंड बैंक के शेयरों पर मंगलवार (11 मार्च) को भारी दबाव देखा गया। आज के इंट्रा-डे ट्रेड में इंडसइंड बैंक का स्टॉक 28% से ज्यादा टूटकर अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 649 रुपये पर आ गया। कारोबार के अंत तक स्टॉक 27.11 फीसदी टूटकर 655.95 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
स्टॉक में भारी गिरावट की वजह बैंक द्वारा अपने डेरिवेटिव अकाउंट्स में विसंगतियों (discrepancies) का खुलासा करना है। इंडसइंड बैंक ने बताया कि आंतरिक समीक्षा के दौरान उसके डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में कुछ विसंगतियां (discrepancies) पाई गई हैं। इसके चलते बैंक ने ₹1,577 करोड़ या अपनी कुल नेटवर्थ का लगभग 2.35% नुकसान होने का अनुमान लगाया है। नुवामा, ICICI Securities से लेकर मोतीलाल ओसवाल तक कई ब्रोकरेज हाउस ने इस खबर के सामने आने के बाद बैंक की रेटिंग को डाउनग्रेड किया और टारगेट प्राइस में करीब 33% की कटौती की है।
भारत के पांचवें सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, इंडसइंड बैंक ने सोमवार (10 मार्च) को अपने शेयरहोल्डर्स को बताया कि दिसंबर 2024 तक उसकी नेटवर्थ में 2.35% की गिरावट हो सकती है। यह गिरावट डेरिवेटिव खातों में पाई गई विसंगतियों (discrepancies) के कारण होगी, जो बैंक की आंतरिक समीक्षा (internal review) में सामने आई हैं।
मुंबई स्थित इस बैंक ने कहा कि नेट वर्थ पर यह असर उन आंतरिक डेरिवेटिव ट्रेड्स की वजह से पड़ा है, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अप्रैल 2024 से लागू नियमों के अनुरूप नहीं थे।
इंडसइंड बैंक में जारी नकारात्मक घटनाओं को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने बैंक के शेयर की रेटिंग ‘Hold’ से घटाकर ‘Reduce’ कर दी है और टारगेट प्राइस (target price) को ₹1,115 से घटाकर ₹750 कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि लगातार नकारात्मक घटनाओं के चलते बैंक की साख (credibility) पर असर पड़ सकता है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। इस स्थिति को देखते हुए ब्रोकरेज हाउस ने इंडसइंड बैंक के लिए अपना रुख नकारात्मक कर लिया है।
ICICI Securities ने हाल ही में इंडसइंड बैंक (IIB) की रेटिंग घटाकर ‘Reduce’ की थी और फिलहाल के लिए इसे बरकरार रखा है। ब्रोकरेज हाउस ने कहा कि हमारा टारगेट प्राइस (TP) ₹850 बना हुआ है, जो FY26E ABV के ~0.9x वैल्यूएशन पर आधारित है।
मोतीलाल ओसवाल ने इंडसइंड बैंक के स्टॉक को डाउनग्रेड कर इसे न्यूट्रल रखा है। ब्रोकेरज ने अगले 12 महीनों के लिहाज से स्टॉक के टारगेट प्राइस को संशोधित कर ₹925 तय किया है। ब्रोकेरज को स्टॉक में 3% अपसाइट की उम्मीद है।
ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर ने इंडसइंड बैंक की रेटिंग ‘Buy’ से घटाकर ‘Hold’ कर दी और टारगेट प्राइस को ₹1,400 से घटाकर ₹1,000 कर दिया है। फर्म के अनुसार, बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में पाई गई विसंगतियों (discrepancies) के प्रभाव का सटीक निर्धारण करने के लिए बाहरी समीक्षा (external review) जारी है, लेकिन आंतरिक समीक्षा (internal review) के अनुसार, इससे बैंक की इक्विटी पर 2.35% का असर पड़ सकता है।
BSE पर आज के इंट्रा-ड्रे ट्रेड में इंडसइंड बैंक का शेयर 28% तक टूटकर अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 649 पर आ गया। पिछले कुछ समय से ही इस स्टॉक पर दबाव देखा जा रहा है। पिछले एक साल में बैंक का स्टॉक 57% तक टूट चुका है। वहीं, पिछले एक महीने में इंडसइंड बैंक के शेयरहोल्डर्स को 38% का नुकसान उठाना पड़ा है।
FY 2024-25 (FY25) में बैंक को कई बड़े झटके लगे हैं। इनमें माइक्रोफाइनेंस सेक्टर में तनाव, दिसंबर तिमाही के नतीजों से पहले CFO का इस्तीफा, CEO का तीन साल की जगह सिर्फ एक साल का कार्यकाल बढ़ाया जाना, और अब डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में विसंगतियों (discrepancies) के चलते नेट वर्थ पर संभावित असर शामिल हैं।
इंडसइंड बैंक के डिप्टी CEO अरुण खुराना ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में बताया कि डेरिवेटिव खातों में पाई गई विसंगतियां (discrepancies) ग्राहक खातों से संबंधित नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने इन विसंगतियों की प्रकृति पर कोई विवरण साझा नहीं किया।