Defence Stocks: वित्त वर्ष 2024-25 की धीमी शुरुआत के बाद डिफेन्स सेक्टर में रिकॉर्ड स्तर पर ऑर्डरिंग दर्ज की गई। इस दौरान रक्षा मंत्रालय ने कुल 2.1 लाख करोड़ रुपये के 193 ऑर्डर किए, जो अब तक का सबसे अधिक है। यह आर्डर वैल्यू इससे पहले के किसी भी वर्ष के मुकाबले लगभग दोगुना है। इनमें से 92 फीसदी यानी 177 करार देसी कंपनियों को दिए गए है। इनकी कुल कीमत 1.7 लाख करोड़ रुपये (81 फीसदी) रही।
ब्रोकरेज फर्म एंटिक ब्रोकिंग ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 के लिए रक्षा ऑर्डरिंग का पाइपलाइन मजबूत बना रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत ने 2029 तक रक्षा उत्पादन को 3 लाख करोड़ रुपये (जो कि FY24 में 1.3 लाख करोड़ रुपये था) और रक्षा निर्यात को 50 हजार करोड़ रुपये (FY24 में 21 हजार करोड़ रुपये) तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।
ब्रोकरेज ने कहा कि वर्तमान करेक्शन के बाद हमें डिफेन्स सेक्टर के शेयर उचित वैल्यूएशन पर दिख रहे हैं। हम इन्हें खरीदने की सलाह दोहराते हैं। हमारे टॉप पिक्स में HAL, BEL, मझगांव डॉक, PTC इंडस्ट्रीज और BDL शामिल हैं।
टारगेट प्राइस: ₹4887
रेटिंग: BUY
अपसाइड: 17%
ब्रोकरेज ने कहा कि एचएएल (HAL) के लिए वित्त वर्ष 2024-25 का अंत मजबूत रहा है, क्योंकि इसकी सप्लाई चेन से जुड़ी समस्याएं अब कम हो गई हैं। GE द्वारा पहला F-404 इंजन डिलीवर किए जाने के साथ ही HAL को तेजस Mk-1A के लिए मिले बड़े 48,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर को पूरा करने में मदद मिलेगी। हालांकि, GE की सप्लाई से जुड़ी समस्याओं के चलते इस ऑर्डर की पूर्ति में 1.5 साल की देरी हुई है।
FY25 के अंत तक HAL की ऑर्डर बुक 1.84 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जो कंपनी की TTM (ट्रेलिंग ट्वेल्व मंथ) रेवेन्यू का 6 गुना है। कंपनी ने वित्त वर्ष के दौरान 1.2 लाख करोड़ रुपये के बड़े ऑर्डर हासिल किए, जिनमें से कुछ प्रमुख ऑर्डर हैं: 13,500 करोड़ रुपये का Su-30 ऑर्डर, 26,000 करोड़ रुपये का Su-30 इंजन ऑर्डर और 62,500 करोड़ रुपये का एलसीएच ऑर्डर।
टारगेट प्राइस: ₹376
रेटिंग: BUY
अपसाइड: 25%
बीएचई (BEL) ने वित्त वर्ष 2024-25 की अब तक की अवधि (YTDFY25) में 18,500 करोड़ रुपये के ऑर्डर हासिल किए हैं। इसमें चौथी तिमाही में मिले प्रमुख ऑर्डर्स का योगदान रहा। इनमें अश्विनी रडार (2,460 करोड़ रुपये), सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो (1,290 करोड़ रुपये) और डेटा कम्युनिकेशन टर्मिनल (1,030 करोड़ रुपये) शामिल हैं, जो भारतीय तटरक्षक बल के लिए हैं। इसके अलावा, भारतीय नौसेना के लिए इलेक्ट्रो-ऑप्टिक फायर कंट्रोल सिस्टम (610 करोड़ रुपये) का ऑर्डर भी शामिल है।
कंपनी को FY25 में कुल 25,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर इनफ्लो की उम्मीद है (जिसमें QRSAM शामिल नहीं है)। आगे FY26 के लिए ऑर्डर पाइपलाइन मजबूत दिखाई दे रही है। इसमें बड़े ऑर्डर्स जैसे QRSAM (25,000-30,000 करोड़ रुपये) और नेक्स्ट जेनरेशन कार्वेट/MRSAM (15,000 करोड़ रुपये) के साथ-साथ 15,000 करोड़ रुपये के नियमित ऑर्डर शामिल हो सकते हैं। इससे ऑर्डर इनफ्लो को लेकर बनी चिंताएं कम होने की संभावना है।
टारगेट प्राइस: ₹1,351
रेटिंग: BUY
अपसाइड: 5%
रक्षा मंत्रालय (MoD) ने भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) के साथ कुल 7,300 करोड़ रुपये के ऑर्डर पर साइन किए हैं। इसमें भारतीय नौसेना के लिए मीडियम रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (MRSAM) की सप्लाई के लिए 2,960 करोड़ रुपये का करार और भारतीय सशस्त्र बलों के लिए 4,360 करोड़ रुपये का ऑर्डर शामिल है।
इन ऑर्डर्स के साथ BDL की ऑर्डर बुक बढ़कर लगभग 25,000 करोड़ रुपये हो गई है, जो कंपनी के ट्रेलिंग ट्वेल्व मंथ (TTM) रेवेन्यू का 10 गुना है। आगामी दो से तीन वर्षों में कंपनी के पास 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन है, जिसमें अस्त्र MK II, QRSAM और MRSAM जैसे बड़े ऑर्डर्स के अंतिम रूप से मंजूर होने की उम्मीद है।
टारगेट प्राइस: ₹2,757
रेटिंग: BUY
अपसाइड: 4%
मझगांव डॉक एकमात्र कंपनी है जो P75-I पनडुब्बियों की 6 यूनिट्स की सप्लाई के लिए तकनीकी रूप से योग्य पाई गई है। यह ऑर्डर, मिलने पर, 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। इसके अलावा, स्कॉर्पीन क्लास की 3 पनडुब्बियों की आपूर्ति के लिए 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का एक और ऑर्डर लंबित है। इन ऑर्डर्स के अलॉटमेंट के बाद कंपनी की ऑर्डर बुक बढ़कर 1.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है।
टारगेट प्राइस: ₹19,639
रेटिंग: BUY
अपसाइड: 32%
PTC इंडस्ट्रीज देश का एकमात्र और दुनिया के सबसे एडवांस इंटीग्रेटिड एयरोस्पेस मैटेरियल्स (टाइटेनियम और सुपर अलॉय), कास्टिंग और वैल्यू ऐडेड प्रोडक्ट्स प्लांट स्थापित कर रही है। हाल ही में कंपनी ने वैक्यूम आर्क रीमेल्टिंग (VAR) प्लांट को चालू किया है, जबकि अन्य अहम प्लांट्स के FY26 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है।
कंपनी पहले ही प्रमुख एयरोस्पेस OEMs के साथ लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट और ऑर्डर प्राप्त कर चुकी है। PTC का मानना है कि अगले 5-6 वर्षों में उसकी आय 10 से 20 गुना तक बढ़ सकती है, वह भी अच्छे मार्जिन के साथ। वैश्विक स्तर पर टाइटेनियम और सुपर अलॉय उद्योग में PTC इंडस्ट्रीज एक अहम खिलाड़ी के रूप में उभर रही है, जहां अब तक कुछ ही कंपनियों का दबदबा रहा है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)