VIC Chengdu share price slips after Trump-Munir meeting
AVIC Chengdu Aircraft Share Today: चीनी डिफेंस कंपनी AVIC चेंग्दू एयरक्राफ्ट के शेयरों में गुरुवार को 5% की तेज गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट उस दिन आई जब पिछले दिन इसके शेयरों में करीब 10% की जोरदार तेजी देखी गई थी।
यह कंपनी वही J-10 फाइटर जेट बनाती है जिनका इस्तेमाल हाल ही में भारत-पाकिस्तान के सैन्य टकराव के दौरान पाकिस्तान ने किया था। बुधवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर और अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में बैठक से पहले निवेशकों में उम्मीदें बढ़ गई थीं कि इससे कंपनी को कोई फायदा हो सकता है। लेकिन गुरुवार को जब इस मुलाकात को लेकर कोई बड़ा ऐलान नहीं हुआ, तो शेयर बाजार में निवेशकों की उम्मीदें टूट गईं और शेयर लुढ़क गया।
कंपनी के शेयर की शुरुआत गुरुवार को 86.59 युआन पर हुई, जो बुधवार के बंद भाव 88.93 युआन से नीचे थी। दिनभर के कारोबार में शेयर 84.26 युआन तक गिर गया, जिससे यह पिछली क्लोजिंग के मुकाबले करीब 5.25% नीचे आ गया। खबर लिखे जाते समय कंपनी के शेयर आज 2.40% गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। कंपनी का शेयर भाव 2.13 युआन की गिरावट के बाद 86.80 युआन पर पहुंच गया।
हालांकि, पिछले पांच कारोबारी सेशन में से तीन में शेयर में गिरावट रही, लेकिन इस दौरान इसमें कुल मिलाकर 9% की तेजी भी आई है। मई में कंपनी के शेयरों में 31% और जून में अब तक 11% की बढ़त देखने को मिली है, जिससे इसका मासिक ट्रेंड मजबूत बना हुआ है।
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पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से यह पहली मुलाकात थी। यह बैठक ईरान-इजराइल युद्ध और भारत के साथ हुई हालिया सैन्य झड़पों के बाद हुई है। ट्रंप इस समय पश्चिम एशिया में अमेरिकी भूमिका पर विचार कर रहे हैं, ऐसे में यह बातचीत अहम मानी जा रही है, खासकर जब पाकिस्तान ने खुलकर ईरान का समर्थन किया है।
बैठक में ट्रंप ने मुनीर की उस भूमिका की तारीफ की, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और ज्यादा नहीं बढ़ा। ट्रंप ने कहा, “मैंने उन्हें इसलिए बुलाया क्योंकि मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता था कि उन्होंने युद्ध में जाने के बजाय उसे खत्म करने में मदद की।”
हालांकि, भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को साफ बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम दोनों देशों की सेनाओं की आपसी बातचीत से हुआ, न कि अमेरिका की किसी पहल से।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सबसे भीषण लड़ाई हुई, जिसमें ड्रोन, फाइटर जेट और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया।