Stock Market: पिछले करीब 2 महीनों से शेयर बाजार में काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। लोकसभा चुनाव को लेकर घरेलू और विदेशी निवेशकों में फैली अनिश्चितता की वजह से जमकर मुनाफावसूली की गई और शेयर बाजार में ज्यादातर दिन गिरावट देखने को मिली। लेकिन मार्केट एनालिस्ट का मानना है कि 4 जून को मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में आ सकती है और इसका सीधा असर शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा।
9 एग्जिट पोल्स के एवरेज यानी पोल ऑफ द पोल्स (Poll of the Polls) की मानें तो भाजपा की अगुवाई वाले NDA को 367 सीटों मिल रही हैं, तो वहीं कांग्रेस की अगुवाई वाले INDIA को 147 सीटें। इस लिहाज से करीब सभी एग्जिट पोल का मानना है कि मोदी सरकार जादुई आंकड़ा पार करके बहुमत के साथ सरकार बना सकती है। अगर नतीजों के बाद फिर से वही सरकार बनती है तो सरकार की पहले की नीतियों के मुताबिक, कंपनियों को सपोर्ट मिलता रहेगा और शेयर बाजार में उछाल देखने को मिल सकता है। सोमवार को ही बाजार खुलने के साथ 1 से 2 फीसदी का मार्केट में उछाल दिखने की संभावना है। लेकिन इसके अलावा भी 5 ऐसी चीजें होने वाली हैं, जो शेयर बाजार की दिशा-दशा तय करेंगी।
लोकसभा चुनाव के परिणाम तो 4 जून को आने ही वाले हैं, लेकिन शेयर बाजार में जो दूसरा सबसे अहम रोल निभाने वाला है- वह है RBI की MPC बैठक में रीपो रेट (Repo Rate) को लेकर फैसला। 7 जून को MPC की बैठक के नतीजे आएंगे।
चुनाव नतीजों के अलावा बाजार के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली MPC बैठक के नतीजे 7 जून को आएंगे। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि रीपो रेट 6.5 फीसदी पर ही बरकरार रहेगी, क्योंकि RBI के लिए महंगाई दर को काबू करना एक बड़ी चुनौती है। बता दें कि खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) चार फीसदी के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है।
3 से 5 जून के बीच ही मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई (PMI) और सेवा पीएमआई (service PMI) के मई महीने के आंकड़े भी आने वाले हैं। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग PMI अप्रैल के 58.8 और सर्विस PMI अप्रैल महीने के 60.8 से बढ़ेगा। बता दें कि अप्रैल में उससे पिछले महीने के मुकाबले गिरावट आई थी।
विदेशी संस्थागत निवेशकों और पोर्टफोलियो निवेशकों ने लोकसभा चुनाव से पहले जमकर शेयरों की निकासी की। लोकसभा चुनाव को लेकर बाजार में फैली अनिश्चितता के बीच FIIs ने जबरदस्त शेयरों की बिकवाली की। एनालिस्ट का कहना है कि सरकार की जीत के बाद फिर से विदेशी निवेशक लौटेंगे।
FIIs ने मई में कैश सेगमेंट में 42,214 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जो जून 2022 के बाद किसी भी महीने में की गई सबसे ज्यादा बिक्री थी। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने मई महीने के दौरान 55,733 करोड़ रुपये के शेयर खरीदकर FII के ऑउटफ्लो की पूरी भरपाई की। यही वजह रही कि मार्केट में बहुत ज्यादा गिरावट देखने को नहीं मिली।
3 जून को शुरू हो रहे कारोबारी सप्ताह में 3 इश्यू जारी होने वाले हैं। एक मेनबोर्ड सेगमेंट का IPO और 3 SME सेगमेंट के।
मेनबोर्ड सेगमेंट की बात की जाए तो फार्मा से लेकर मेटल तक की कंपनियों को हाई प्योरपिटी वाले केमिकल उपलब्ध कराने वाली कंपनी Kronox Lab Sciences का IPO 3 जून को ही ओपन हो रहा है और 5 जून को क्लोज हो जाएगा। कंपनी इसके जरिये 130.15 करोड़ रुपये जुटाना चाह रही है।
SME सेगमेंट की बात करें तो 3C IT Solutions & Telecoms (India) Limited का IPO 4 जून को, Sattrix Information Security Limited और Magenta Lifecare Limited का IPO 5 जून को ओपन हो रहा है। तीनों IPO 7 जून को क्लोज हो जाएंगे।
ग्लोबल लेवल पर अमेरिका, यूरोप, जापान और चीन के आर्थिक आंकड़े भी अहम भूमिका निभाएंगे। ये सभी आंकड़े 3 से लेकर 5 जून के बीच आ जाएंगे। अमेरिका बेरोजगारी दर, गैर-कृषि पेरोल जैसे आंकड़े जारी करने वाला है। इसी के बाद फेड की मीटिंग भी 12 जून को होनी है, जहां ये आंकड़े काफी अहम भूमिका निभाते हैं।