रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के निवेशकों के लिए 20 जुलाई का दिन काफी खास दिन रहने वाला है। इस दिन RIL के फाइनैंशियल सर्विस बिजनेस ‘रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड’ (RSIL) को अलग यानी इसका डीमर्जर किया जाएगा और ऐसा माना जा रहा है कि डीमर्जर के बाद मुकेश अंबानी का का सिक्का फाइनैंशियल सर्विस इंडस्ट्री में जम जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह वह देश का पांचवा सबसे बड़ा प्राइवेट फाइनैंशियल इंस्टीट्यूशन बनाने के बेहद करीब हैं।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की तरफ से यह ऐलान किया गया है कि RIL की फाइनैंशियल सर्विस बिजनेस ‘RSIL’ के डीमर्जर की वजह से स्टॉक एक्सचेंज 20 जुलाई को RIL के लिए एक विशेष प्री-ओपन सत्र आयोजित करेगा।
20 जुलाई को बदलेगा RSIL का नाम, अलॉट होंगे शेयर
डीमर्जर के बाद RIL की फाइनैंशियल सर्विस रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का नाम बदलकर जियो फाइनैंशियल सर्विसेज (JFSL) कर दिया जाएगा। इस डीमर्जर के बाद, RIL के लिए वैल्यू अनलॉकिंग होगी, जबकि इसका सारा फाइनैंशियल कारोबार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) के पास चला जाएगा, जिसके पास RIL में 6.1 फीसदी हिस्सेदारी है। डीमर्जर के बाद, जियो फाइनैंशियल सर्विसेज का मूल्यांकन लगभग 10,000 हजार करोड़ रुपये होगा।
शेयरहोल्डर्स के लिए भी 20 जुलाई रिकॉर्ड डेट है क्योंकि इसी दिन RIL अपने एलिजिबल शेयरहोल्डर्स को अपनी डीमर्ज फाइनैंशियल सर्विस एंटिटी रिलायंस स्ट्रेटेजिक इंवेस्टमेंट के शेयरों का अलॉटमेंट करेगी। शेयरों के अलॉटमेंट के बारे में कंपनी ने ऐलान किया है कि डीमर्जर के तहत RIL के 1 शेयर के बदले शेयरहोल्डर्स को RSIL का 1 शेयर दिया जाएगा। यानी शेयरहोल्डर्स के लिए शेयरों की संख्या बराबर होगी।
बता दें कि एक्सचेंज की नई मेथेडोलॉजी के मुताबिक अगर विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा तो अलग हुई कंपनी (डीमर्ज्ड कंपनी) को निफ्टी इंडेक्स (Nifty Indices) में बरकरार रखा जा सकता है।
डीमर्जर के बाद, रिलायंस इंडस्ट्रीज निफ्टी इंडेक्स का हिस्सा बनी रहेगी।
Jio Financial Services के शेयर होंगे Nifty 50 में शामिल
Nifty indices ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इसके अलावा, अलग एंटिटी को 20 जुलाई से Nifty 50, Nifty 100, Nifty 200 और Nifty 500 सहित कई निफ्टी इंडाइसेज में शामिल किया जाएगा।
20 जुलाई से कम से कम तीन दिनों के लिए, निफ्टी 50 पर ट्रेड के लिए 51 स्टॉक उपलब्ध होंगे क्योंकि अलग की गई एंटिटी इंडेक्स का हिस्सा होगी।
NSE Indices ने कहा, ‘इंडेक्स मेथेडोलॉजी के अनुसार, अलग एंटिटी (जियो फाइनेंशियल सर्विसेज) को 20 जुलाई, 2023 से इफेक्टिव 19 सूचकांकों में शामिल किया जाएगा।’
इसके अलावा, जियो फाइनैंशियल सर्विसेज को T+3 दिनों के अंत में इन सूचकांकों से हटा दिया जाएगा, जबकि T वह दिन है जिस दिन जियो फाइनैंशियल की लिस्टिंग होगी। यह निफ्टी इनडाइसेज की नई मेथेडोलॉजी के हिसाब से है।