भारतीय शेयर बाजार ने आज सोमवार को शानदार वापसी की। पिछले हफ्ते की सुस्ती को पीछे छोड़ते हुए बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी 50 सूचकांकों में 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई। सेंसेक्स 906 अंक ऊपर चढ़कर इंट्राडे 74,636 के नए शिखर को छू गया। निफ्टी 50 भी 22,600 के पार पहुंचा।
हालांकि, व्यापक बाजार (broader markets) में थोड़ी मंदी रही। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में सिर्फ 0.6% की ही बढ़त देखने को मिली। साथ ही, अस्थिरता सूचकांक (Volatility index) इंडिया VIX में 12% की उछाल आई और यह 12.3 के स्तर पर पहुंच गया।
1. बाजार के ऊपर जाने के कारण ये रहे: ICICI बैंक, SBI के स्टॉक: भारतीय शेयर बाजार में आज आईसीआईसीआई और एसबीआई बैंक के शेयरों ने धूम मचा दी। आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों ने बीएसई पर 5% की उछाल के साथ 1,161 रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर को छू लिया।
ये तेजी पिछले तिमाही ( मार्च तिमाही (Q4FY24) ) के बैंक के मजबूत नतीजों के बाद आई है। विश्लेषक भी बैंक के मजबूत प्रदर्शन को लेकर भरोसे में हैं और आने वाले समय में शेयर में 31% तक की तेजी का अनुमान लगा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के शेयर भी करीब 4% बढ़कर 831 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। माना जा रहा है कि दूसरे बैंकों के अच्छे वित्तीय नतीजों से प्रेरित होकर निवेशकों ने एसबीआई के आने वाले तिमाही नतीजों से पहले ही दांव लगा लिया है। गौरतलब है कि सेंसेक्स सूचकांक में आईसीआईसीआई बैंक का भार (weight) 21% है, जबकि एसबीआई का भार 19% है।
2. दूसरे बैंकों के शेयरों में भी देखने को मिली तेजी: सिर्फ आईसीआईसीआई और एसबीआई ही नहीं, आज बैंकिंग सेक्टर में जमकर तेजी रही। एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे बड़े नाम भी बीएसई पर 3% तक ऊपर चढ़ गए। सरकारी बैंकों (पीएसयू) में भी खुशी का माहौल रहा।
इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब एंड सिंध बैंक के शेयरों में 3% से 4.4% तक की बढ़त दर्ज की गई। बिजनेस स्टैंडर्ड के एनालिसिस मुताबिक, जो कंपनियां अब तक अपनी मार्च तिमाही (Q4FY24) के नतीजे बता चुकी हैं, उनकी आमदनी में पिछले चार तिमाहियों की तुलना में सबसे ज्यादा उछाल देखने को मिली है।
शनिवार तक नतीजे पेश करने वाली 178 कंपनियों (उनकी सहायक कंपनियों को छोड़कर) ने सालाना आधार पर 13.2 फीसदी की बिक्री वृद्धि दर्ज की है। कुल मिलाकर इनका राजस्व 9.1 ट्रिलियन रुपये रहा। अगर दूसरी आमदनी को भी शामिल कर लें, तो कुल वृद्धि 16 फीसदी हो जाती है, जो पिछले चार तिमाहियों में सबसे ज्यादा है।
इसके अलावा इन कंपनियों ने 12.7% की लाभ वृद्धि दर दर्ज की है। गौर करने वाली बात ये है कि इस बढ़त का करीब 70 फीसदी हिस्सा अकेले बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (BFSI) क्षेत्र से आया है।
3. बॉन्ड बाजार में गिरावट का ट्रेंड: बॉन्ड बाजार में आज गिरावट का ट्रेंड देखने को मिला। 10 साल की सरकारी बॉन्ड की यील्ड सोमवार को इंट्राडे कारोबार में 7.176% के निचले स्तर पर आ गई, जो पिछले शुक्रवार के बंद भाव 7.199% से कम है। बॉन्ड यील्ड में गिरावट से इक्विटी बाजार के लिए पॉजिटिव संकेत मिलता है, क्योंकि अब जोखिम वाले निवेश ज्यादा आकर्षक हो गए हैं।
अमेरिका में मुद्रास्फीति आंकड़े उम्मीद के मुताबिक रहे और वहां के शेयर बाजार में भी शुक्रवार को तेजी आई थी, जिसका असर यहां भी देखने को मिला। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली भले ही अभी जारी रहे, लेकिन मात्रा कम होने की संभावना है।
वहीं वैश्विक बाजारों में आज पॉजिटिव ट्रेंड है। इस हफ्ते कई केंद्रीय बैंकों के फैसलों का ऐलान होना है, जिसे लेकर निवेशक उत्साहित हैं। यूरोपीय बाजार भी ऊंचे स्तर पर खुले हैं। साथ ही, इजरायल-हमास के बीच जल्द युद्धविराम की उम्मीद ने वैश्विक बाजारों का सेंटीमेंट मजबूत किया है। एशियाई बाजारों में भी अच्छी तेजी देखने को मिली।
अमेरिकी बाजारों के वायदा संकेत भी पॉजिटिव हैं, जिससे वहां भी आज तेजी की उम्मीद है। शुरुआती कारोबार में, FTSE में 0.4% की वृद्धि हुई, उसके बाद CAC40 (0.24% की वृद्धि) में वृद्धि हुई। एशियाई बाजारों में भी तेजी देखने को मिली, जिसमें कोस्पी 1.2%, ASX200 0.8% और हैंग सेंग 0.5% ऊपर चढ़े। अमेरिकी बाजारों के वायदा भी पॉजिटिव संकेत दे रहे हैं, डॉव जोन्स, S&P500 और नैस्डैक के लिए 0.3% तक की वृद्धि का अनुमान है।
4. तकनीकी विश्लेषण विशेषज्ञों का अनुमान पॉजिटव: तकनीकी विश्लेषण विशेषज्ञों का इस हफ्ते बाजार को लेकर पॉजिटिव अनुमान है। प्रभुदास लीलाधर की टेक्निकल रिसर्च वाइस प्रेसिडेंट वैशाली पारेख का कहना है कि निफ्टी और सेंसेक्स इस हफ्ते क्रमशः 22,000 – 22,800 और 72,500 – 75,000 के दायरे में कारोबार कर सकते हैं। उनका ये अनुमान इस बात पर निर्भर करता है कि निफ्टी अपना 50-DEMA 22,150 के ऊपर बनाए रखे।
आपको बता दें कि 50-DEMA (50-Day Simple Moving Average) एक टेक्निकल इंडिकेटर है जो पिछले 50 दिनों में शेयरों की औसत कीमत को दर्शाता है। आसान भाषा में, अगर निफ्टी 50-डीईएमए के ऊपर बना रहता है, तो बाजार का ट्रेंड पॉजिटिव रहेगा और अगर यह टूट जाता है, तो गिरावट का ट्रेंड आ सकता है।