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सेबी ने 70,000 भ्रामक सोशल मीडिया पोस्टों की खबर ली

फिनफ्लूएंसर और फर्जी निवेश सलाहकारों के खिलाफ सख्ती, सेबी निवेशकों को सुरक्षित रखने के लिए पंजीकृत सलाहकारों की पहचान आसान बनाने पर काम कर रहा है।

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खुशबू तिवारी   
Last Updated- March 21, 2025 | 10:51 PM IST

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने गलत सूचनाएं रोकने के लिए अक्टूबर 2024 के बाद से 70,000 से अधिक भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट और अकाउंट हटाए हैं। ये वे पोस्ट और अकाउंट्स थे जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के साथ मिलकर गलत सूचनाएं फैलाते थे। शुक्रवार को पूर्णकालिक सदस्य अनंत नारायण ने इसकी जानकारी दी।

यह कार्रवाई पिछले एक साल में फिनफ्लूएंसर, स्टॉक सिफारिशों और ऑनलाइन भ्रामक सामग्री पर नियंत्रण करने की सेबी की तेज कोशिश को दर्शाती है। एसोसिएशन ऑफ रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (एआरआईए) के शिखर सम्मेलन में बोलते हुए नारायण ने निवेशकों की जागरूकता पर सेबी के ध्यान दिए जाने की बात पर जोर दिया।

नारायण ने कहा, ‘हम सभी के लिए एक आम चिंता की यह है कि बिना पंजीकरण वाले निवेश सलाहकारों/अनुसंधान विश्लेषकों का खतरा बढ़ा है जो निवेश में बढ़ती रुचि को फायदा उठाने में लगे हैं।’ उन्होंने कहा कि यूपीआई ‘पेराइट’ हैंडल का इस्तेमाल करने के सेबी के प्रस्ताव से निवेशकों को पंजीकृत संस्थाओं की आसानी से पहचान करने और उन्हें धोखेबाजों से बचाने में मदद मिलेगी।

नारायण ने सेबी की निवेशकों तक संपर्क की रणनीति को आकार देने वाली राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण की योजनाओं का भी जिक्र किया। इसके अलावा, नियामक का लक्ष्य जोखिम के प्रति जागरूक और सक्षम निवेशकों की पहचान के लिए मान्यता प्राप्त निवेशक मॉडल का लाभ उठाने का है। उन्होंने निवेश सलाहकारों, गैर-विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं, म्युचुअल फंड वितरकों और आकस्मिक सलाह की समीक्षा के लिए हितधारकों और सेबी के बीच निरंतर संवाद की अपील की।

First Published : March 21, 2025 | 10:51 PM IST