facebookmetapixel
RBI के रीपो रेट कट के बाद SBI का बड़ा फैसला! FD, MCLR और EBLR दरों में किया बदलावT20 वर्ल्ड कप से पहले साझेदारी पर मुहर, ICC-JioStar ने दी सफाईIndia-US Trade Talks: अमेरिकी टीम ने भारत के डिजिटल डेटा सुरक्षा कानून और IT नियमों पर जताई चिंताइंडिगो संकट: DGCA ने 4 उड़ान निरीक्षकों को किया निलंबित, एयरलाइन ने इल्सन को स्वतंत्र समीक्षा के लिए नियुक्त कियाप्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निजी निवेश को दी मंजूरीनोवो नॉर्डिस्क लाई डायबिटीज की नई दवा, शुरुआती 0.25 मिलीग्राम खुराक की कीमत 2,200 रुपये प्रति सप्ताहत्योहारी मांग और GST में कटौती से वाहनों की बिक्री में भारी बढ़ोतरी, नवंबर में ऑटो इंडस्ट्री ने बनाया रिकॉर्डमंजूरी में देरी और मजदूर संकट के बीच रियल्टी सेक्टर पर नई परियोजनाओं को समय से पूरा करने का दबावसोना-चांदी ने तोड़े सभी रिकॉर्ड: चांदी पहली बार ₹2 लाख के पार, सोना भी ऐतिहासिक ऊंचाई पर2030 में खदानें नीलाम होने से बढ़ती अयस्क लागत से निपटने को टाटा स्टील बना रही नई रणनीति

सेबी ने PARRVA लॉन्च कर निवेश सलाहकारों के पिछले रिटर्न की पारदर्शिता बढ़ाई

इसे पेश करने के लिए आयोजित समारोह में सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि पीएआरआरवीए एक अग्रणी व्यवस्था के रूप में काम करेगा

Last Updated- December 08, 2025 | 9:42 PM IST
SEBI
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

भारत के वित्तीय बाजारों में पारदर्शिता बढ़ाने के बड़े कदम के तहत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सोमवार को पास्ट रिस्क ऐंड रिटर्न वेरिफिकेशन एजेंसी (पीएआरआरवीए) की शुरुआत की। यह सत्यापन की नई व्यवस्था है, जिसे विनियमित बाजार मध्यस्थों के पिछले प्रदर्शन के दावों को प्रमाणित करने के लिहाज से तैयार किया गया है। केयर रेटिंग्स ने सोमवार को एनएसई के साथ मिलकर प्रायोगिक परियोजना के तौर पर इसकी शुरुआत की।

इसे पेश करने के लिए आयोजित समारोह में सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि पीएआरआरवीए एक अग्रणी व्यवस्था के रूप में काम करेगा। इसमें सेबी-पंजीकृत निवेश सलाहकारों, शोध विश्लेषकों और एल्गोरिथम स्टॉक ब्रोकरों को निवेशकों के लिए स्वतंत्र रूप से सत्यापित पिछले रिटर्न पेश करने की सुविधा मिलेगी। 

यह तंत्र फिनफ्लूएंसर्स और भ्रामक दावों से बढ़ते जोखिमों से निपटने के लिए विकसित किया गया है। पांडेय ने प्रतिभूति बाजार में विशेष रूप से फिनफ्लूएंसर्स और अपंजीकृत संस्थाओं के असत्यापित प्रदर्शन दावों को लेकर बढ़ती चिंताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इनमें से कई की बातें अतिरंजित या मनगढ़ंत ट्रैक रिकॉर्ड के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित करती हैं, जो अक्सर विनियमित हिस्सों को दबा देती हैं। 

सेबी प्रमुख ने कहा कि अगर हम पंजीकृत मध्यस्थों को उनके प्रदर्शन के बारे में जानकारी देने में सक्षम बना सकें (जो कि वैध हो) तो इससे निवेशकों को जानकारी के साथ निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

नए ढांचे के तहत पीएआरआरवीए दो-स्तरीय संरचना के माध्यम से काम करेगा – एक सेबी पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसी, जो पीएआरआरवीए के रूप में काम करेगी और एक मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज, जो पीएआरआरवीए डेटा सेंटर (पीडीसी) के रूप में कार्य करेगा।

First Published - December 8, 2025 | 9:42 PM IST

संबंधित पोस्ट