प्रतीकात्मक तस्वीर
मई में चार कंपनियों ने राइट्स इश्यू से 4,188 करोड़ रुपये जुटाए जो जनवरी 2024 के बाद का सर्वोच्च मासिक आंकड़ा है। इन अहम पेशकश में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनैंशियल सर्विसेज का 2,996 करोड़ रुपये का इश्यू, लॉयड इंजीनियरिंग वर्क्स का 987 करोड़ रुपये का इश्यू, मैक्स इंडिया का 124 करोड़ रुपये का इश्यू और अवानटेल का 81 करोड़ रुपये का इश्यू शामिल है।
अप्रैल में फ्यूजन फाइनैंस ने 800 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस महीने कम से कम छह और राइट्स इश्यू आवेदन के लिए खुले हैं जिनमें अग्रो कैपिटल का 400 करोड़ रुपये का इश्यू शामिल है। गतिविधियों में तेजी सेबी की संशोधित व्यवस्था के बाद आई है। इससे राइट्स इश्यू की गति तेज हुई है और पूंजी की इच्छुक कंपनियों के लिए इसे ज्यादा आकर्षक बना दिया है।
राइट्स इश्यू के तहत सूचीबद्ध फर्में अपने मौजूदा शेयरधारकों को नए इक्विटी शेयरों की पेशकश कर रकम जुटाती हैं। ऐसे निर्गम अक्सर छूट पर आते हैं और कंपनियां इससे अपने स्वामित्व की हिस्सेदारी बरकरार रखने में सक्षम होती है।
मुख्य बदलावों में प्रक्रिया की समयसीमा को 317 दिनों से घटाकर 23 कार्य दिवस करना, निवेशकों के लिए सात दिन की आवेदन अवधि, तेज आवंटन और ट्रेड के लिए सक्षम नए शेयर उपलब्ध कराना शामिल है। सरलीकृत खुलासे और पहले के सुधार जैसे कि छोड़े गए शेयर और राइट्स एनटाइटलमेंट की ट्रेडिंग ने इसके आकर्षण में इजाफा कर दिया है।
निवेश बैंकरों को उम्मीद है कि अब ज्यादा कंपनियां पात्र संस्थागत नियोजन के बजाय राइट्स इश्यू का विकल्प चुनेंगी क्योंकि सरलीकृत प्रक्रिया जोर पकड़ रही है।