Categories: बाजार

लंबी सुस्ती के बाद होटल क्षेत्र में लौट रही रौनक

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 6:37 PM IST

दो साल की सुस्ती के बाद, भारत के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में सौदों के प्रवाह में मजबूत सुधार दर्ज किया गया है। महामारी की दूसरी लहर घटने के बाद से इन सौदों में तेजी आई है।  विभिन्न सौदों पर काम कर रहीं निवेश एवं सौदा परामर्श कंपनियों के अनुसार, पारिवारिक व्यावसायिक कार्यालय, अमीर लोगों (एचएनआई) और संस्थागत निवेशक इस क्षेत्र में दिलचस्पी बढ़ा रहे हैं। इनमें से कई ने गोपनीयता की वजह से सौदों के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, पर्यटन, होटलों और रेस्टोरेंट क्षेत्र का संयुक्त ऋण सालाना आधार पर 8.2 प्रतिशत बढ़कर 25 मार्च 2022 को 64,408 करोड़ रुपये हो गया, जो 26 मार्च 2021 को 59,519 करोड़ रुपये था। उद्योग अनुमानों के अनुसार ताजा कर्ज का करीब 20-25 प्रतिशत हिस्सा फंसा हुआ है।
इंडियन होटल कंपनी (आईएचसीएल) के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक पुनीत चटवाल ने इस सप्ताह के शुरू में कहा, ‘आपूर्ति बाधित बने रहने और मांग मजबूत रहने से प्रति औसत कमरा राजस्व (रेवपार) आगामी महीनों में तेजी से बढऩे का अनुमान है।’ आईएचसीएल गैर-महत्व वाली और गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों से निकल रही है और उसने ऐसी परिसंपत्तियों से निवेश घटाने की योजना बनाई है। चटवाल ने कहा कि महामारी के दौरान प्रक्रिया धीमी पड़ गई थी, लेकिन इसमें फिर से तेजी आई है।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर खरीदारों ने बाद में दिलचस्पी दिखाई और आईएचसीएल उन लोगों के साथ काम करने को उस्ुक होगी जो निवेश करना चाहते हैं और संपत्ति प्रबंधन के लिए आईएचसीएल को अनुमति देना चाहते हैं।
निवेश सलाहकार फर्म नोएसिस कैपिटल एडवायजर्स के मुख्य कार्याधिकारी के नंदीवद्र्घन जैन का मानना है कि यदि अगली चार तिमाहियों के दौरान वृद्घि की रफ्तार चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में बनी रही, तो इस क्षेत्र में अगले तीन वर्षों के दौरान करीब दो अरब डॉलर का निवेश आकर्षित हो सकता है।  जैन ने कहा, ‘कुछ सूक्ष्म बाजार महामारी-पूर्व स्तरों को 10-15 प्रतिशत तक पार कर गए हैं।

First Published : May 28, 2022 | 12:29 AM IST