पिछले दो वर्षों की तरह ही आम बजट से पहले शेयर बाजार में तेजी का रुख देखा जा रहा है। बेंचमार्क निफ्टी पिछले महीने 1.8 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ। बीते दस साल में बजट से पहले के एक महीने में निफ्टी का रिटर्न सात बार सकारात्मक रहा है। हालांकि बजट के बाद के एक महीने में दस में छह बार निफ्टी के रिटर्न में गिरावट आई है।
जानकारों ने सूचकांकों में बजट के पहले और बाद के प्रदर्शन में विसंगति के लिए निवेशकों की अत्यधिक अपेक्षाओं और प्रमुख नीतिगत बदलावों की घोषणा और बजट की प्रासंगिकता कम होने को जिम्मेदार ठहराया है। विश्लेषकों का कहना है कि बजट की उम्मीदों से बाजार में अक्सर तेजी रहती है। ज्यादातर निर्णय और नीतियों में बदलाव की घोषणा अब बजट से इतर ही होने लगी है, जिससे बाजार पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ता है।
इस बार के बजट में निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि बुनियादी ढांचे और रक्षा संबंधित निवेश पर सरकार जोर दे सकती है। इसके साथ ही रोजगार सृजन पर भी ध्यान दिया जा सकता है। आम चुनाव से पहले यह सरकार का अंतिम पूर्ण बजट होगा, ऐसे में समाज के निचले तबके के लोगों के लिए कुछ रियायतों का ऐलान भी किया जा सकता है। सोमवार को सेंसेक्स 319.90 अंक की बढ़त के साथ 60,941.67 पर बंद हुआ। निफ्टी में 90.90 अंक की तेजी देखी गई।