म्युचुअल फंड

20x12x21 फॉर्मूले का जादू! इसमें निवेश से आप बन सकते हैं ₹2 करोड़ के मालिक, जानें कितना लगेगा समय

20x12x21 फॉर्मूला निवेश के लिहाज से आपके लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है। बस थोड़ी सी प्लानिंग, धैर्य और अनुशासन के साथ आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।

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ऋषभ राज   
Last Updated- May 20, 2025 | 8:40 PM IST

Systematic Investment Plan: आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसकी मेहनत की कमाई तेजी से बढ़े और वह अपने भविष्य को सुरक्षित कर सके। लेकिन पैसा कमाना और उसे सही जगह निवेश करना आसान नहीं होता। अगर आप भी सोच रहे हैं कि कोई ऐसा तरीका हो जिससे आपकी कमाई रॉकेट की तरह बढ़े, तो सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP आपके लिए एक शानदार ऑप्शन हो सकता है। खास तौर पर 20x12x21 फॉर्मूला, जिसके बारे में आज भी शायद अधिकतर लोगों को नहीं पता। इस फॉर्मुला को फॉलो करके आप 2 करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं। आइए, इस फॉर्मूले को आसान भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि कैसे आप इस जादुई तरीके से अपनी कमाई को कई गुना बढ़ा सकते हैं।

SIP क्या है और क्यों है ये खास?

SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक ऐसा तरीका है, जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं। ये थोड़ा-थोड़ा करके पैसा जोड़ने जैसा है, लेकिन इसका जादू तब दिखता है जब ये पैसा लंबे समय तक कंपाउंडिंग की ताकत के साथ बढ़ता है। SIP की सबसे बड़ी खासियत ये है कि आपको एक बार में मोटी रकम लगाने की जरूरत नहीं होती। आप छोटी-छोटी राशि से शुरू कर सकते हैं और बाजार की उतार-चढ़ाव से बचते हुए लंबे समय में बड़ा फंड बना सकते हैं। ये उन लोगों के लिए बेस्ट है जो सैलरी से थोड़ा-थोड़ा बचाकर बड़ा लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं।

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20x12x21 फॉर्मूला का मतलब क्या है?

अब आते हैं उस 20x12x21 फॉर्मूले पर, जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है। ये फॉर्मूला इतना आसान है कि इसे कोई भी समझ सकता है। इसमें तीन नंबर हैं—20, 12 और 21। इसका मतलब है कि आपको हर महीने 20,000 रुपये निवेश करने होंगे, औसतन 12 प्रतिशत सालाना रिटर्न की उम्मीद करनी होगी और ये निवेश 21 साल तक लगातार करना होगा। अगर आप इस तरीके से निवेश करते हैं, तो 21 साल बाद आपके पास 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड होगा।

तो चलिए, इसे और आसानी से समझते हैं। मान लीजिए, आप हर महीने 20,000 रुपये SIP में डालते हैं। अगर आपका निवेश 12 प्रतिशत सालाना रिटर्न देता है, तो 21 साल बाद आपका पैसा कितना हो सकता है? इसका जवाब जानने के लिए हमें SIP की गणना करनी होगी।

SIP की गणना कैसे होती है?

SIP की गणना के लिए एक खास फॉर्मूला होता है, जो कंपाउंडिंग के आधार पर काम करता है। ये फॉर्मूला है:

M = P × ({[1 + i]^n – 1} / i) × (1 + i)

यहां:

  • M वो राशि है जो आपको परिपक्वता (maturity) पर मिलेगी।
  • P वो राशि है जो आप हर महीने निवेश करते हैं, यानी 20,000 रुपये।
  • i मासिक रिटर्न की दर है, जो सालाना रिटर्न (12%) है।

अब इस फॉर्मूले में मान डालकर हिसाब करते हैं। अगर आप हर महीने 20,000 रुपये निवेश करते हैं, तो 21 साल में कुल निवेश होगा: 20,000 × 252 = 50,40,000 रुपये।

लेकिन ये तो सिर्फ आपका निवेश है। असली जादू तो कंपाउंडिंग से होता है। SIP कैलकुलैटर के के हिसाब से 21 साल बाद कुल 2,08,60,135 रुपये बनेंगे जिसमें से 1,58,20,135 रुपये कंपाउंडिंग रिटर्न के तहत मिलेंगे।

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इस फॉर्मूले की खासियत क्या है?

इस फॉर्मूले की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये लंबे समय तक निवेश करने की ताकत दिखाता है। 20,000 रुपये हर महीने बचाना मध्यम वर्ग के लिए मुश्किल नहीं है। अगर आपकी सैलरी 50,000 रुपये भी है, तो उसका 40% हिस्सा बचाकर आप ये निवेश शुरू कर सकते हैं। साथ ही, 12% का रिटर्न भी म्यूचुअल फंड में असंभव नहीं है। कई अच्छे म्यूचुअल फंड्स, खासकर इक्विटी फंड्स, लंबे समय में 10-15% तक रिटर्न देते हैं। हालांकि, ये रिटर्न बाजार की स्थिति पर निर्भर करते हैं और इसमें जोखिम भी शामिल है।

जोखिम को कैसे समझें?

SIP में निवेश बाजार से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें जोखिम तो है। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है। कभी रिटर्न 12% से ज्यादा हो सकता है, तो कभी कम भी। लेकिन SIP की खूबी ये है कि ये रुपये की लागत औसत (rupee cost averaging) के सिद्धांत पर काम करता है। यानी जब बाजार नीचे जाता है, तो आपको कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं, और जब बाजार ऊपर जाता है, तो आपकी यूनिट्स की वैल्यू बढ़ती है। लंबे समय में ये उतार-चढ़ाव संतुलित हो जाते हैं।

स्टेप-अप SIP का जादू

अगर आप चाहते हैं कि आपका फंड और तेजी से बढ़े, तो स्टेप-अप SIP का ऑप्शन भी आजमा सकते हैं। इसमें आप हर साल अपनी SIP की राशि बढ़ाते हैं। मान लीजिए, आप 20,000 रुपये से शुरू करते हैं और हर साल 10% की बढ़ोतरी करते हैं। पहले साल आप 20,000 रुपये महीने डालते हैं, दूसरे साल 22,000 रुपये, तीसरे साल 24,200 रुपये, और इसी तरह आगे बढ़ते हैं। इससे आपका फंड और तेजी से बढ़ेगा। स्टेप-अप SIP से आप सामान्य SIP की तुलना में ज्यादा फंड बना सकते हैं।

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निवेश शुरू करने से पहले क्या ध्यान रखें?

SIP शुरू करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले, अपनी वित्तीय स्थिति को समझें। हर महीने 20,000 रुपये बचाना आपके लिए संभव है या नहीं, ये देखें। दूसरा, सही म्यूचुअल फंड चुनें। लार्ज कैप, मिड कैप या स्मॉल कैप फंड्स में से अपनी जोखिम लेने की क्षमता के हिसाब से फंड चुनें। तीसरा, लंबे समय तक निवेश के लिए तैयार रहें। 21 साल का समय छोटा नहीं है, इसलिए धैर्य रखना होगा। आखिरी बात, बाजार के जोखिम को समझें और किसी वित्तीय सलाहकार से बात करें।

समय का महत्व

इस फॉर्मूले में समय सबसे बड़ा फैक्टर है। जितनी जल्दी आप निवेश शुरू करेंगे, उतना ही ज्यादा फायदा होगा। अगर आप 25 साल की उम्र में SIP शुरू करते हैं, तो 46 साल की उम्र तक आपके पास 2 करोड़ से ज्यादा का फंड होगा। लेकिन अगर आप 35 साल की उम्र में शुरू करते हैं, तो आपको उतना ही फंड बनाने के लिए ज्यादा राशि या ज्यादा समय चाहिए होगा।


(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ SIP की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : May 20, 2025 | 8:40 PM IST