प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
SIP Investment Plan: म्युचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) आजकल हर किसी की जुबान पर है। छोटी-छोटी रकम से शुरू करके लाखों का फंड बनाने पर लोगों का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है। अगर आप हर महीने सिर्फ 1000 रुपये की SIP करते हैं, तो यह एक समय के बाद 31 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। आइए, कैलकुलेशन के माध्यम से समझते हैं कि यह कैसे मुमकिन है, कितना समय लगेगा।
SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, म्युचुअल फंड में निवेश का एक आसान तरीका है। इसमें आप हर महीने एक निश्चित रकम, जैसे 1000 रुपये किसी म्युचुअल फंड स्कीम में डालते हैं। यह पैसा शेयर बाजार या डेट मार्केट में निवेश किया जाता है, और समय के साथ कंपाउंडिंग की ताकत से आपका पैसा बढ़ता है। अच्छी बात यह है कि आपको एक बार में मोटी रकम नहीं लगानी पड़ती। छोटी-छोटी रकम से भी बड़ा फंड बनाया जा सकता है।
अगर आप लंबे समय तक निवेश करते हैं और सही फंड चुनते हैं, तो SIP के जरिए शानदार रिटर्न मिल सकता है। उदाहरण के तौर पर, Quant Infrastructure Fund जैसी स्कीम ने पिछले 17 सालों में बेहतरीन रिटर्न दिए हैं। लेकिन रिटर्न की गणना में समय और अनुशासन बहुत जरूरी है।
अब आते हैं उस कैलकुलेशन पर, जो पता चलेगा कि 1000 रुपये की मासिक SIP से 31 लाख रुपये का फंड कैसे तैयार होगा। मान लीजिए आप किसी अच्छे इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं, जो औसतन 12% सालाना रिटर्न देता है। यह रिटर्न इक्विटी फंड्स में लंबी अवधि के लिए आम माना जाता है।
SIP की गणना में कंपाउंडिंग का फॉर्मूला काम करता है। अगर आप हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं, और 12% सालाना रिटर्न मिलता है, तो हमें यह देखना होगा कि कितने साल में आपका पैसा 31 लाख तक पहुंचेगा।
SIP की गणना के लिए फॉर्मूला है:
FV = P × (((1 + r)^n – 1) / r) × (1 + r)
यहां:
अब, 31 लाख रुपये का फंड बनाने के लिए हमें समय (n) निकालना होगा। इक्विटी फंड्स के लिए 12% सालाना रिटर्न को मानक माना गया है। अगर हम 30 साल तक हर महीने 1000 रुपये निवेश करें, तो:
कुल निवेश = 1000 रुपये × 12 महीने × 30 साल = 3,60,000 रुपये
रिटर्न दर = 12% सालाना
समय = 30 साल (360 महीने)
SIP कैलकुलेटर के जरिए गणना करने पर, 12% सालाना रिटर्न के साथ 30 साल में 1000 रुपये की मासिक SIP से आपका फंड बढ़कर करीब 30,80,973 रुपये हो सकता है। यह 31 लाख के आसपास है। यानी, 30 साल में आपका निवेश 3.6 लाख रुपये से बढ़कर लगभग 31 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। इसमें से 3.6 लाख रुपये आपका निवेश होगा, और बाकी 27.24 लाख रुपये कंपाउंडिंग से मिला मुनाफा।
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SIP की खासियत है कंपाउंडिंग, यानी ब्याज पर ब्याज। जितना लंबा समय आप निवेश करते हैं, उतना ही आपका पैसा तेजी से बढ़ता है। उदाहरण के लिए, अगर आप 30 साल की बजाय 25 साल तक निवेश करते हैं, तो 12% रिटर्न के साथ आपका फंड करीब 18 लाख रुपये तक पहुंचेगा। लेकिन 5 साल और जोड़ने पर यह 31 लाख के करीब हो जाता है। यही कंपाउंडिंग की ताकत है।
सभी म्युचुअल फंड एक जैसे रिटर्न नहीं देते। इक्विटी फंड्स, खासकर मिडकैप या स्मॉल कैप फंड्स, लंबी अवधि में 12-15% तक रिटर्न दे सकते हैं। लेकिन इनमें जोखिम भी ज्यादा होता है। अगर आप कम जोखिम चाहते हैं, तो लार्ज कैप फंड्स या हाइब्रिड फंड्स चुन सकते हैं, जो 10-12% रिटर्न दे सकते हैं।
इसलिए, निवेश से पहले फंड का पिछला रिकॉर्ड, फंड मैनेजर की साख, और अपने जोखिम सहने की क्षमता को जरूर जांचें।
31 लाख का फंड बनाने के लिए 30 साल का समय लंबा लग सकता है, लेकिन SIP का फायदा यही है कि आप छोटी रकम से शुरू कर सकते हैं। अगर आप 15% रिटर्न वाला फंड चुनते हैं, जैसा कि कुछ मिडकैप फंड्स ने दिया है, तो 31 लाख का फंड 25 साल में भी बन सकता है। लेकिन ज्यादा रिटर्न के साथ जोखिम भी बढ़ता है। इक्विटी फंड्स में बाजार के जोखिम होते हैं, जबकि PPF जैसे विकल्प सुरक्षित हैं, लेकिन उनका रिटर्न 7.1% के आसपास है।
SIP की सबसे बड़ी खूबी यह है कि आपको बाजार के सही समय का इंतजार नहीं करना पड़ता। चाहे बाजार ऊपर हो या नीचे, नियमित निवेश से आप लंबे समय में फायदा कमा सकते हैं। अप्रैल 2025 में SIP इनफ्लो 26,632 करोड़ रुपए रहा, जो मार्च (25,926 करोड़ रुपए) और फरवरी (25,999 करोड़ रुपए) से ज्यादा है।
(डिस्क्लेमर: यहां म्युचुअल फंड स्कीम की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)