Mutual Fund NFO
Mutual Fund NFO Alert: शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू स्तर पर कंपनियों के दूसरी तिमाही (Q2FY25) के कमजोर नतीजों ने मार्केट सेंटीमेंट को तगड़ा झटका दिया है। मार्केट की इस उठापटक के बीच म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों का रुझान बना हुआ है। इनमें नई स्कीम्स (NFOs) पर भी निवेशक बुलिश हैं। म्यूचुअल फंड के न्यू फंड ऑफर्स (NFOs) के जरिए अगर निवेश का मौका तलाश रहे हैं, तो कई इक्विटी स्कीम्स का सब्सक्रिप्शन खुला है। इनमें आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड हाउस के नए इंडेक्स फंड्स शामिल हैं। एनएफओ पर एक्सपर्ट का कहना है कि नई स्कीम्स से निवेशकों को नए अवसर मिल रहे हैं।
बाजार में तेजी रहे या गिरावट, म्यूचुअल फंड्स में निवेश लगातार बना हुआ है। पिछले महीने अक्टूबर में इक्विटी फंड्स में 41,886 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनफ्लो आया। जबकि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए 25,323 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश आया। इक्विटी कैटेगरी के नए फंड ऑफर (NFO) में निवेशकों ने 4,047 करोड़ रुपये लगाए।
मोतीलाल ओसवाल एएमसी में कार्यकारी निदेशक और चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी के मुताबिक, शेयर बाजार में अमेरिका चुनाव समेत प्रमुख ग्लोबल घटनाओं के चलते विदेशी निवेशकों (FIIs) बिकवाली से बाजार में अस्थिरता बढ़ी है। इस वॉलेटिलिटी के बावजूद इक्विटी में निवेश घरेलू निवेशकों का लगातार निवेश बनाए रखना उनकी मजबूती को दिखाता है।
NFOs: 3 इंडेक्स फंड्स का सब्सक्रिप्शन खुला
एसेट मैनेजमेंट कंपनी निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund) इक्विटी कैटेगरी में दो नए इंडेक्स फंड (NFO) लेकर आई है। ये फंड Nippon India Nifty Auto Index Fund और Nippon India Nifty Realty Index Fund हैं। इसके अलावा, आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड (ABSL Mutual Fund) का भी नया इंडेक्स फंड Aditya Birla Sun Life BSE India Infrastructure Index Fund सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है।
इन तीनों NFOs में 14 नवंबर से 28 नवंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं. दोनों ओपन एंडेड स्कीम्स (Open ended scheme) है. इसमें निवेशक जब चाहें रिडम्प्शन करा सकते हैं. म्यूचुअल फंड हाउस का कहना है कि लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ के लिए यह एक निवेश का अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
Nippon India Nifty Auto Index Fund
म्यूचुअल फंड हाउस के मुताबिक, निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो इंडेक्स फंड (Nippon India Nifty Auto Index Fund) में निवेशक मिनिमम 1,000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं. इसका बेंचमार्क इंडेक्स NIFTY Auto TRI है। स्कीम में एग्जिट लोड जीरो है। इसके फंड मैनेजर हिंमाशु मांगे हैं।
म्यूचुअल फंड हाउस का कहना है कि ऐसे निवेशक जो लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं, उनके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इस स्कीम में फंड हाउस निफ्टी ऑटो इंडेक्स में शामिल इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड सिक्युरिटीज में निवेश होगा।
Nippon India Nifty Realty Index Fund
म्यूचुअल फंड हाउस के मुताबिक, निप्पॉन इंडिया रीयल्टी इंडेक्स फंड (Nippon India Nifty Realty Index Fund) में निवेशक मिनिमम 1,000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं. इसका बेंचमार्क इंडेक्स NIFTY Realty TRI है। स्कीम में एग्जिट लोड जीरो है। इसके फंड मैनेजर हिंमाशु मांगे हैं।
म्यूचुअल फंड हाउस का कहना है कि ऐसे निवेशक जो लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं, उनके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इस स्कीम में फंड हाउस निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में शामिल इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड सिक्युरिटीज में निवेश होगा।
Aditya Birla Sun Life BSE India Infrastructure Index Fund
म्यूचुअल फंड हाउस के मुताबिक, आदित्या बिड़ला सन लाइफ बीएसई इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (Aditya Birla Sun Life BSE India Infrastructure Index Fund) में निवेशक मिनिमम 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं. इसका बेंचमार्क इंडेक्स BSE India Infrastructure TRI है। स्कीम में एग्जिट लोड 30 दिन के भीतर रिडम्प्शन पर 0.05 फीसदी है। इसके फंड मैनेजर रूपेश गुरव हैं।
एबीएसएल म्यूचुअल फंड के मुताबिक लंबी अवधि में अच्छा खासा फंड बनाने के लिए निवेश का अवसर तलाश रहे निवेशकों के लिए यह एक फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
NFOs: निवेशकों का बढ़ रहा रुझान
एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट (EAML) के प्रेसिडेंट एंड हेड (सेल्स) दीपक जैन कहते हैं, बाजार जैसे-जैसे रफ्तार पकड़ता है, रिस्क लेने की क्षमता भी वैसे-वैसे बढ़ती है। निवेशक अब ज्यादा एग्रेसिव स्ट्रैटजी अपना रहे हैं। न्यू फंड ऑफर्स (NFOs) में पिछले कुछ माह के दौरान भारी निवेश पर उनका कहना है, नए प्रोडक्ट ज्यादा रिस्क लेने और नई चीजों को आजमाने के लिए निवेशकों के बढ़ते इंटरेस्ट को पूरा करते हैं। साथ ही निवेशक अब समझदार हो गए हैं और वॉलेटिलिटी के हिसाब से निवेश की योजना बना रहे हैं। निवेशक अब बाजार में गिरावट के समय ज्यादा निवेश करना पसंद कर रहे हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां NFOs की डीटेल दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)