जियो ब्लैकरॉक ऐसेट मैनेजमेंट की तीन नई म्युचुअल फंड (एमएफ) पेशकशों – ओवरनाइट, लिक्विड और मनी मार्केट ने 17,800 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। कंपनी की एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। नई फंड पेशकश (एनएफओ) में मजबूत संग्रह की बदौलत जियो ब्लैकरॉक अब 47 कंपनियों वाले इस उद्योग में कुल प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) के हिसाब से शीर्ष-35 फंड हाउसों में शुमार हो गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि नया फंड हाउस डेट एयूएम के हिसाब से शीर्ष 15 कंपनियों में से एक है।
इसमें कहा गया है, ‘तीन दिन की एनएफओ अवधि में 90 से ज्यादा संस्थागत निवेशकों से निवेश मिला। इससे जियो ब्लैकरॉक ऐसेट मैनेजमेंट की मूल्यवान पेशकश में भरोसे का पता चलता है। यह एनएफओ 30 जून 2025 को शुरू किया गया था।’ संस्थानों के अलावा एनएफओ में 67,000 से ज्यादा रिटेल निवेशकों ने भी पैसा लगाया है।
यह जियो फाइनैंशियल सर्विसेज (जेएफएस) और ब्लैकरॉक के बीच 50:50 अनुपात में संयुक्त उपक्रम है। इसे मई में अपना म्युचुअल फंड व्यवसाय शुरू करने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली थी।
परिसंपत्ति प्रबंधक ने पहली बार जुलाई 2023 में फंड व्यवसाय में उतरने की घोषणा की थी। उसे 4 अक्टूबर, 2024 को इसके लिए सेबी से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई थी। संयुक्त उद्यम का नेतृत्व सिड स्वामीनाथन बतौर प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में कर रहे हैं। वे पहले ब्लैकरॉक में इंटरनैशनल इंडेक्स इक्विटी के प्रमुख थे जहां वे 1.25 लाख करोड़ डॉलर की एयूएम की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
स्वामीनाथन ने कहा, ‘संस्थागत और खुदरा निवेशकों से हमारे पहले एनएफओ को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया जियोब्लैकरॉक ऐसेट मैनेजमेंट के नए निवेश दर्शन, जोखिम प्रबंधन क्षमताऔर डिजिटल-फर्स्ट दृष्टिकोण को शक्तिशाली समर्थन है। यह भारत के उभरते निवेश परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की दिशा में हमारी यात्रा की दमदार शुरुआत है।’