म्युचुअल फंड

जुलाई में Equity MF में निवेश 81% बढ़कर रिकॉर्ड ₹42,702 करोड़ हुआ, SIP इनफ्लो ₹28,464 के ऑलटाइम हाई पर

MF इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) जुलाई के अंत में बढ़कर रिकॉर्ड 75.36 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो जून के अंत में 74.4 लाख करोड़ रुपये था।

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अंशु   
Last Updated- August 11, 2025 | 4:55 PM IST

Mutual Fund Inflow July 2025: म्युचुअल फंड में निवेशक जमकर पैसा लगा रहे हैं। जुलाई में म्युचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में इनफ्लो 81% उछलकर पहली बार 42,702 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसमें थीमैटिक और फ्लेक्सी कैप फंड्स का योगदान अहम रहा। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। साथ ही, निवेशकों की ओर से किया गया यह ताजा निवेश इस कैटेगरी में लगातार 53वें महीने नेट इनफ्लो का संकेत देता है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए भी निवेशक खूब पैसा लगा रहे है। जुलाई में SIP निवेश 28,464 करोड़ रुपये के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। वहीं, डेट फंड्स ने जुलाई में शानदार रिकवरी की है।

थीमैटिक और फ्लेक्सी कैप में आया सबसे ज्यादा निवेश

AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में इक्विटी-ओरिएंटेड म्युचुअल फंड्स में कुल 42,702 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो पिछले महीने के 23,587 करोड़ रुपये की तुलना में भारी बढ़ोतरी है।

इक्विटी फंड कैटेगरी में जुलाई में थीमैटिक फंड्स में सबसे ज्यादा 9,426 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया। इसके बाद फ्लेक्सी कैप फंड्स में 7,654 करोड़ रुपये का निवेश आया। इसके अलावा, स्मॉल कैप फंड्स में 6,484 करोड़ रुपये, मिड कैप फंड्स में 5,182 करोड़ रुपये और लार्ज एवं मिड कैप फंड्स में 5,035 करोड़ रुपये का मजबूत इनफ्लो दर्ज किया गया। वहीं, लार्ज कैप फंड्स में 2,125 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो रहा। मल्टी कैप फंड में 3,990 करोड़ का इनफ्लो आया। ELSS फंड्स धीरे-धीरे अपनी चमक खो रहे है। ELSS से निवेशकों ने 368 करोड़ रुपये की निकासी की है।

अन्य कैटेगरी में, गोल्ड ईटीएफ में 1,256 करोड़ रुपये का निवेश आया। इंडेक्स फंड्स में निवेशकों ने 2,329 करोड़ रुपये का निवेश किया और गोल्ड को छोड़कर अन्य ईटीएफ में 4,477 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया।

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मोतीलाल ओसवाल एएमसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी कहते हैं, “इक्विटी-ओरिएंटेड स्कीम्स की नेट सेल्स में करीब 42 हजार करोड़ रुपये का उल्लेखनीय उछाल आया है। लार्ज कैप से लेकर फ्लेक्सी कैप और स्मॉल कैप तक, सभी कैटेगरी में 25% से ज्यादा की वृद्धि देखी गई है। थीमैटिक और लार्ज एवं मिड कैप जैसे अन्य सेगमेंट्स में भी बेहद मजबूत वृद्धि दर्ज हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “मेरा मानना है कि भारतीय रिटेल निवेशक अब परिपक्व हो गए हैं और अपनी पोर्टफोलियो में इक्विटी को गंभीरता से एक अहम हिस्सेदारी के रूप में देख रहे हैं। इंडस्ट्री, सभी स्टेकहोल्डर्स की ओर से लगातार सकारात्मक संदेश और भारतीय पूंजी बाजार पर लंबी अवधि में मजबूत भरोसा, इस जबरदस्त वृद्धि के प्रमुख कारण हैं।”

SIP इनफ्लो ₹28,464 के ऑलटाइम हाई पर

जुलाई 2025 में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) इनफ्लो बढ़कर 28,464 करोड़ रुपये के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा महीना है जब SIP में रिकॉर्ड निवेश आया है। जून में यह आंकड़ा 27,000 करोड़ रुपये के पार चला गया था।

अल्फामनी में इक्विटी और PMS की मैनेजिंग पार्टनर ज्योति प्रकाश ने कहा, “SIP इनफ्लो में लगातार हो रही वृद्धि एक बड़ा भरोसा देती है, क्योंकि यह बाजार की अस्थिरता को कम करने में मदद करती है।”

उन्होंने आगे कहा कि हम SIP निवेश में हो रही बढ़ोतरी को रोजगार सृजन और आर्थिक मजबूती का शुरुआती संकेत भी मानते हैं। ₹28,464 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मंथली SIP इनफ्लो भारत की अर्थव्यवस्था के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।

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डेट म्युचुअल फंड्स में शानदार रिकवरी

जुलाई में डेट फंड्स ने शानदार रिकवरी की है। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में डेट म्युचुअल फंड्स में 1.07 लाख करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो दर्ज किया गया, जबकि जून में 1,711 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला था। डेट फंड्स में यह उछाल मुख्य रूप से संस्थागत निवेश वाली कैटेगरी में आया। मनी मार्केट फंड्स में 44,573 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। लिक्विड फंड्स में 39,354 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो रहा, जबकि ओवरनाइट फंड्स में दो महीने की रिडेम्पशन के बाद 8,866 करोड़ रुपये का निवेश आया।

अन्य कैटेगरी में भी बढ़त दर्ज की गई। लो ड्यूरेशन फंड्स में 9,766 करोड़ रुपये, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स में 2,277 करोड़ रुपये, कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स में 1,421 करोड़ रुपये और गिल्ट फंड्स में 1,050 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

कुछ कैटेगरी में आउटफ्लो भी देखने को मिला। बैंकिंग एवं पीएसयू फंड्स से 662 करोड़ रुपये, क्रेडिट रिस्क फंड्स से 221 करोड़ रुपये और लॉन्ग ड्यूरेशन फंड्स से 416 करोड़ रुपये की रिडेम्पशन हुई।

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MF इंडस्ट्री का AUM रिकॉर्ड ₹75.36 लाख करोड़

कुल मिलाकर, जुलाई में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री में 1.8 लाख करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जो जून के 49,000 करोड़ रुपये और मई के 29,000 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है। इस इनफ्लो से इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) जुलाई के अंत में बढ़कर रिकॉर्ड 75.36 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो जून के अंत में 74.4 लाख करोड़ रुपये था।

First Published : August 11, 2025 | 3:49 PM IST