बेंचमार्क निफ्टी शुक्रवार को कारोबारी सत्र के दौरान 22,127 अंकों की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया और इस तरह वह 15 जनवरी के कारोबारी सत्र के दौरान छुई रिकॉर्ड ऊंचाई के पार निकल गया। आईसीआईसीआई डायरेक्ट के तकनीकी विश्लेषकों के मुताबिक इस इंडेक्स में 1,000 अंकों से ज्यादा की बढ़ोतरी संभव है।
ब्रोकरेज ने एक नोट में कहा कि आम चुनाव वाले साल में कीमत व्यवहार पर समान भारांक के साथ हमारा कम्पोजिट मॉडल, तेजी के बाजार में गिरावट और निफ्टी के निचले स्तर से उबरने का अनुमान बताता है कि जून 2024 के 23,400 के लक्ष्य के लिए मौजूदा गिरावट में खरीदारी करनी चाहिए। ब्रोकरेज ने कहा कि आम चुनाव वाले साल में निफ्टी फरवरी-मार्च में निचले स्तर से उबर सकता है, जिसके बाद आम चुनाव के नतीजे तक न्यूनतम 14 फीसदी की तेजी आ सकती है।
इस हफ्ते खुलने वाले चार आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) शून्य से लेकर 44 फीसदी तक है। सबसे ज्यादा मांग एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स की है जबकि सबसे कम मांग कैपिटल एसएफबी की है। जन एसएफबी और राशि पेरिफेरल्स का जीएमपी करीब 25-25 फीसदी है। चारों आईपीओ के जरिये 2,600 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाए जाएंगे।
यह करीब-करीब निश्चित है कि निफ्टी-50 सूचकांक में यूपीएल की जगह श्रीराम फाइनैंस लेगी, लेकिन बीपीसीएल के बरकरार रहने पर जोखिम हो सकता है। पेरिस्कोप एनालिटिक्स के ब्रायन फ्राएट्स का कहना है कि इस बात की संभावना काफी कम है कि निफ्टी-50 में खुदरा ईंधन बेचने वाली सरकारी कंपनी की जगह भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लेगी।
हालांकि जियो फाइनैंशियल सर्विसेज, जोमैटो और एवेन्यू सुपरमार्ट्स का फ्री फ्लोट मार्केट कैप श्रीराम फाइनैंस व भारत इलेक्ट्रॉनिक्स से ज्यादा है, लेकिन वे इंडेक्स में शामिल किए जाने की पात्र नहीं हैं मार्च में पुनर्संतुलन की खातिर समीक्षा अवधि 31 जनवरी को समाप्त हो गई और बदलाव की घोषणा इस महीने के आखिर तक की जाएगी।