आईटीसी का उम्मीद से बेहतर मार्च तिमाही परिणाम निवेशकों को आकर्षित करने में विफल रहा। कंपनी के गैर-सिगरेट एफएमसीजी व्यवसाय (आशीर्वाद, सनफीस्ट, बिंगो) का प्रदर्शन अच्छा रहा और उसने शानदार लाभांश भुगतान किया है।
इसलिए वित्त वर्ष 2021 की आय के 16 गुना के आकर्षक मूल्यांकन के बावजूद, आईटीसी का शेयर सोमवार को 1 प्रतिशत तक चढ़ा। उसके सिगरेट व्यवसाय को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। सिगरेट कंपनी ने पिछले शुक्रवार की शाम अपने चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी।
चौथी तिमाही में कोविड-19 संबंधित समस्याओं की वजह से कंपनी के सभी सेगमेंट में राजस्व प्रभावित हुआ। इस वजह से, सकल राजस्व सालाना आधार पर 6.3 प्रतिशत तक घटकर 11,300 करोड़ रुपये रह गया और यह 11,832 करोड़ रुपये के अनुमान के मुकाबले कम था। वहीं कर-पूर्व लाभ सालाना आधार पर 8.9 प्रतिशत तक घटकर 4,512 करोड़ रुपये रहा, जो 4,455 करोड़ रुपये के अनुमान से ज्यादा रहा।
भले ही आय के आंकड़े अनुमानों की तुलना में बेहतर हैं और एफएमसीजी व्यवसाय का परिदृश्य अच्छा बना हुआ है, लेकिन मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज का कहना है, ‘जहां मूल्यांकन सस्ता दिख रहा है, वहीं दुनियाभर में सिगरेट को लेकर ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासन) की बढ़ती चिंताओं की वजह से आईटीसी को लेकर रुझान पिछले साल के दौरान बदला है। इसके परिणामस्वरूप, वैश्विक तंबाकू प्रतिस्पर्धियों ने अपने मल्टीपल में भारी कमी दर्ज की है।’
आईटीसी अपना 85 प्रतिशत परिचालन लाभ सिगरेट व्यवसाय से हासिल करती है और वह फिलिप मॉरिस और ब्रिटिश अमेरिकी टोबैको जैसी वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले मूल्यांकन को लेकर बढ़त हासिल है।
इसके अलावा, करों में और इजाफा होने की आशंका है। फरवरी में भी सिगरेट पर कर बढ़ाया गया था। विश्लेषकों के अनुमानों के अनुसार, हालांकि इसका चौथी तिमाही के कारोबार पर आंशिक दबाव पड़ा, लेकिन कंपनी को कोविड-19 से संबंधित व्यवधान की वजह से ज्यादा गंभीर प्रभाव का सामना करना पड़ा और इससे सिगरेट बिक्री में 10-11 प्रतिशत की गिरावट को बढ़ावा मिला।