घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल दो दर कटौती का संकेत दिए जाने के बाद निवेशकों का मनोबल मजबूत हुआ। सेंसेक्स 899 अंक या 1.2 फीसदी चढ़कर 76,348 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 सूचकांक 283 अंक या 1.2 फीसदी चढ़कर 23,191 पर बंद हुआ।
दोनों सूचकांकों में लगातार चौथे दिन भी तेजी जारी रही जो जनवरी के आखिर के बाद से उनमें तेजी का सबसे लंबा सिलसिला है। कुल बाजार पूंजीकरण 3.6 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 408.6 लाख करोड़ रुपये रुपये हो गया। इसमें साप्ताहिक वृद्धि 17.4 लाख करोड़ रुपये रही। हाल के निचले स्तरों से प्रमुख सूचकांकों में 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई है। वे अभी भी छह महीने पहले दर्ज किए गए अपने रिकॉर्ड ऊंचे स्तर से 12 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहे हैं।
फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने लेकिन आर्थिक वृद्धि के पूर्वानुमानों को कम करने और मुद्रास्फीति का अनुमान बढ़ाने से मुद्रास्फीति के दबावों के बीच ब्याज दरों में कटौती करने की अमेरिकी केंद्रीय बैंक की क्षमता को लेकर चिंताएं घट गईं।
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने संकेत दिया है कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की व्यापार नीति का मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव अस्थायी हो सकता है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि टैरिफ के कारण मुद्रास्फीति में अस्थायी वृद्धि एक आधारभूत परिदृश्य है और कहा कि फेड अधिकारियों को ‘वास्तव में नहीं पता’ कि यह असर अस्थायी होगा या नहीं।
हालांकि कुछ बाजार विश्लेषक इस प्रभाव की अस्थायी प्रकृति को लेकर आशंकित हैं। 10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड पर यील्ड 5 आधार अंक से अधिक गिरकर 4.18 पर आ गया जिससे बॉन्ड का आकर्षण कम हो गया और भारत जैसे उभरते बाजारों को लाभ हुआ।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में लगातार गिरावट ने एफपीआई की बिकवाली से राहत दी है जबकि घरेलू संस्थानों की खरीद मजबूत बनी हुई है। इससे ताजा तेजी को बढ़ावा मिला है।’
गुरुवार को बाजार धारणा मजबूत रही। चढ़ने वाले शेयरों की संख्या 2,395 और गिरने वालों की तादाद 1,630 रही। महज दो को छोड़कर सेंसेक्स के सभी शेयरों में तेजी दर्ज की गई। 4.2 फीसदी चढ़ने वाला भारती एयरटेल सेंसेक्स का सबसे दमदार शेयर रहा और सूचकांक की तेजी में उसने सर्वाधिक योगदान दिया। उसके बाद एचडीएफसी बैंक में 1.3 फीसदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
रेलिगेयर ब्रोकिंग में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रिसर्च) अजीत मिश्र ने कहा, ‘निफ्टी के 23,100 का प्रतिरोध पार करने के साथ ही अगला लक्ष्य 23,400 है। विभिन्न सेक्टरों में तेजी से ट्रेडिंग के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।’