भारत की सबसे ड़ी आईटी सेवा प्रदाता टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद कई वैश्विक एवं घरेलू ब्रोकर इस कंपनी पर उत्साहित हैं। हालांकि कंपनी ने बाजार अनुमान के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है। बाजार में टीसीएस का शेयर दिन के कारोबार में 6.44 फीसदी चढ़कर 4,296.80 रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया और आखिर में 5.67 फीसदी की बढ़त के साथ 4,265.55 पर बंद हुआ। इसकी तुलना में सेंसेक्स 0.31 फीसदी गिरकर 77,378.91 पर बंद हुआ।
टीसीएस ने तिमाही में 63,973 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया जो सालाना आधार पर 5.6 प्रतिशत की वृद्धि या स्थिर मुद्रा (सीसी) के संदर्भ में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि है। शुद्ध लाभ 12,380 करोड़ रुपये रहा जो सालाना आधार पर 5.5 प्रतिशत अधिक है। हालांकि कंपनी ब्लूमबर्ग के अनुमानों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। ब्लूमबर्ग ने 64,748 करोड़ रुपये का राजस्व और 12,534 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल होने का अनुमान जताया था।
तिमाही के लिए परिचालन मुनाफा मार्जिन 24.5 फीसदी रहा जो सालाना आधार पर 50 आधार अंक की गिरावट है। लेकिन तिमाही आधार पर इसमें 40 आधार अंक की वृद्धि दर्ज की गई। टीसीएस ने 76 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की घोषणा की है जिसमें 66 रुपये का विशेष लाभांश शामिल है। लाभांश के लिए रिकॉर्ड तारीख 17 जनवरी है।
ब्रोकरों ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के प्रदर्शन के बाद टीसीएस पर मिलाजुला नजरिया अपनाया है। कई ब्रोकरों का मानना है कि अल्पावधि चुनौतियों के बावजूद कंपनी की बढ़ोतरी की संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं।
हांगकांग की सीएलएसए ने टीसीएस की रेटिंग सुधारकर ‘आउटपरफॉर्म’ कर दी है और कीमत लक्ष्य बढ़ाकर 4,546 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म ने तीसरी तिमाही में चुनौतियों के बावजूद मजबूत वृद्धि संभावनाओं और मांग में सुधार को ध्यान में रखते हुए कीमत लक्ष्य बढ़ाया है।
न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली जेफरीज ने 4,760 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ इस शेयर पर ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है। उसे प्रबंधन के आशावादी दृष्टिकोण, मार्जिन में सुधार का भरोसा है। इसी तरह बर्नस्टीन ने 4,700 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ अपनी ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग बरकरार रखी है।
इसके विपरीत टोक्यो स्थित नोमूरा ने ‘तटस्थ’ रेटिंग बरकरार रखते हुए अपना कीमत लक्ष्य 4,050 रुपये से घटाकर 4,020 रुपये कर दिया है। इसका कारण तीसरी तिमाही के मिश्रित परिणाम और वित्त वर्ष 2026 के लिए अनिश्चित वृद्धि संभावनाओं का संकेत है। एचएसबीसी ने 4,540 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘होल्ड’ रेटिंग बरकरार रखी है। उसने कैलेंडर वर्ष 2025 के लिए सकारात्मक स्थिति को माना है जबकि वित्त वर्ष 2026 में, खासकर यूरोपीय बाजार के दबाव और बीएसएनएल सौदे से नकारात्मक जोखिमों के बारे में आगाह किया है।
घरेलू ब्रोकरों ने भी मजबूत ऑर्डर प्रवाह और मूल्यांकन पर ध्यान दिया है। एमके ने तीसरी तिमाही में परिचालन प्रदर्शन को अनुमान के मुकाबले कमजोर बताया है जिससे राजस्व में तिमाही आधार पर 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि हासिल हुए सौदों का आकार बढ़कर 10.2 अरब डॉलर हो गया। एमके ने 4,500 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘जोड़ें’ रेटिंग बनाए रखी है।
नुवामा ने टीसीएस के तिमाही नतीजों को कमजोर करार दिया है। लेकिन मजबूत ऑर्डर प्रवाह और बेहतर प्रबंधन टिप्पणी को ध्यान में रखा है। वित्त वर्ष 25/26 के लिए प्रति शेयर आय (ईपीएस) अनुमानों में कटौती के बावजूद नुवामा ने 5,200 रुपये के ऊंचे कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है। कई अन्य घरेलू ब्रोकरों ने भी कंपनी पर सकारात्मक रुख अपनाया है।