पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने 4 अप्रैल को घोषणा की कि वह 6,000 करोड़ रुपये तक के बॉन्ड जारी करने जा रही है। यह फैसला कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया, जिसमें फंड जुटाने को मंजूरी दी गई। कंपनी यह राशि प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए जुटाएगी।
कैसा होगा यह बॉन्ड इश्यू?
कंपनी द्वारा जारी किए जाने वाले बॉन्ड असुरक्षित, गैर-परिवर्तनीय, गैर-संचयी और कर योग्य होंगे। इस इश्यू में 1,500 करोड़ रुपये का बेस साइज होगा, जबकि कंपनी के पास 4,500 करोड़ रुपये तक अतिरिक्त फंड जुटाने का विकल्प भी रहेगा। इसे ग्रीन शू ऑप्शन कहा जाता है। यानी, अगर निवेशकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो कुल इश्यू 6,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
बॉन्ड की शर्तें और ब्याज दर
यह बॉन्ड 10 साल की अवधि के लिए जारी किए जाएंगे। यानी, निवेशकों को 10 साल बाद अपनी पूरी मूल राशि वापस मिल जाएगी। इस दौरान कंपनी हर साल ब्याज का भुगतान करेगी, लेकिन ब्याज दर का निर्धारण बोली प्रक्रिया (Bidding Process) के जरिए किया जाएगा। इसका मतलब है कि निवेशकों को मिलने वाला रिटर्न इस प्रक्रिया के बाद ही तय होगा।
बॉन्ड लिस्टिंग और निवेशकों के लिए लाभ
कंपनी ने जानकारी दी है कि ये बॉन्ड बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट किए जाएंगे। इससे निवेशकों को इन बॉन्ड्स को बाजार में खरीदने और बेचने की सुविधा मिलेगी। हालांकि, इन बॉन्ड्स के साथ किसी भी तरह के विशेष अधिकार या प्रिविलेज नहीं जुड़ेंगे।
शेयर बाजार पर असर
इस घोषणा के बाद पावर ग्रिड के शेयरों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के अंत तक इसका स्टॉक 1.79% गिरकर ₹293.80 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि, बीते एक महीने में इस स्टॉक ने 17% की बढ़त दर्ज की है। बीते एक साल में शेयर ने 5%, दो साल में 74%, तीन साल में 72% और पांच साल में 234% का रिटर्न दिया है।