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IPO के सफर पर निकलना चाहें ट्रैवल कंपनियां, तलाश रही मौका

कॉर्डेलिया क्रूज ऑपरेटर वाटरवेज लीजर टूरिज्म ने आईपीओ से 727 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पिछले महीने सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया है।

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अक्षरा श्रीवास्तव   
गुलवीन औलख   
Last Updated- July 18, 2025 | 10:14 PM IST

महामारी के बाद घरेलू और विदेश यात्रा की मांग में हुए बदलावों और पर्यटन की बढ़ती बाजार हिस्सेदारी की वजह से ट्रैवल कंपनियां दलाल पथ पर सूचीबद्ध होने का मौका तलाशने में जुट गई हैं। हवाई अड्डों पर ​क्विक सर्विस रेस्टोरेंट कंपनी ट्रैवल फूड सर्विसेज ने पिछले सप्ताह 2,000 करोड़ रुपये का आईपीओ बीएसई पर सूचीबद्ध कराया था। कॉर्डेलिया क्रूज ऑपरेटर वाटरवेज लीजर टूरिज्म ने आईपीओ से 727 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पिछले महीने सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया है। इस साल हॉ​स्पिटैलिटी उद्योग से जुड़ी कंपनियों के भी बड़ी तादाद में आईपीओ आ सकते है। उदाहरण के लिए, लारिसा होटल्स ऐंड रिसॉर्ट्स ने एक तिमाही के अंदर सूचीबद्धता के लिए अपना डीआरएचपी जमा कराया है।

लारिसा के निदेशक रणधीर नारायण ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हम 45 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहे हैं। आईपीओ से करीब 25 फीसदी इ​क्विटी बेची जाएगी। इस संबंध में सेबी के पास दस्तावेज जमा ​करा दिए गए हैं। अब मंजूरी का इंतजार है।’

बेंगलूरु की ब्रिगेड एंटरप्राइजेज ने अपनी हॉस्पिटैलिटी इकाई ब्रिगेड होटल वेंचर्स के लिए 900 करोड़ रुपये का निर्गम तय करते हुए आवेदन किया है। प्रेस्टीज ग्रुप भी प्रेस्टीज हॉस्पिटैलिटी वेंचर्स की सूचीबद्धता के जरिए 2,700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है। इसमें 340 करोड़ रुपये का संभावित प्री-आईपीओ प्लेसमेंट भी शामिल है। लेमन ट्री होटल्स अपनी सहायक कंपनी फ्लेर होटल्स को वित्त वर्ष 2029 तक सूचीबद्ध कराने की तैयारी कर रही है।

अपने स्वामित्व वाले रिसॉर्ट्स, पट्टे पर दिए गए और प्रबंधित होटलों का प्रबंधन करने वाली लारिसा की निदेशक प्रिया ठाकुर ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच विवेकाधीन खर्च में इजाफा हुआ है। लेकिन अनुभव वाली यात्रा की मांग भी बढ़ी है। इस कारण कई होटल श्रृंखलाएं अपनी क्षमताएं बढ़ाने और बेहतर गुणवत्ता वाली सेवाओं के लिए प्रेरित हुई हैं।

इस सेक्टर के एक वरिष्ठ विशेषज्ञ ने नाम नहीं छापने के अनुरोध पर बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘उपभोक्ता-संबंधित सेवाओं की ओर बटुए का हिस्सा तेजी से जा रहा है और यात्रा उन कुछ क्षेत्रों में से एक है जिनकी दीर्घकालिक संभावनाएं मजबूत हैं। यही वजह है कि कंपनियां आईपीओ की ओर तेजी से बढ़ रही हैं और परिचालन विस्तार के लिए धन जुटा रही हैं।’

आर्थिक अनुकूल परिस्थितियों के अलावा ट्रैवल इंडस्ट्री में पहले के सफल आईपीओ ने भी नई कंपनियों के लिए राह आसान की है। मेकमाईट्रिप सबसे पहले सूचीबद्ध हुई थी। उसने वर्ष 2010 में नैस्डैक पर 6.8 करोड़ डॉलर जुटाए थे। अब इसका मूल्यांकन 8.5 अरब डॉलर है। ईजमाईट्रिप ने अपनी मूल कंपनी ईजी ट्रिप प्लानर्स लिमिटेड के माध्यम से 2021 में 510 करोड़ रुपये जुटाए। उसका बाजार पूंजीकरण 3,767 करोड़ रुपये है।

ट्रैवल एग्रीगेटर इक्जिगो की मूल कंपनी ले ट्रैवेन्यूज टेक्नोलॉजी ने पिछले साल जून में 740 करोड़ रुपये जुटाए। उसका मौजूदा बाजार पूंजीकरण 8,484 करोड़ रुपये है। अन्य सूचीबद्ध कंपनियों में यात्रा ऑनलाइन, एसओटीसी, थॉमस कुक इंडिया शामिल हैं।

उदाहरण के लिए एकमात्र घरेलू क्रूज ऑपरेटर कॉर्डेलिया क्रूजेज नेअपने आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग क्रूज पोतों के लीज भुगतान में करने की योजना बनाई है। इसके साथ वह अपने परिचालन का विस्तार करना चाहती है। कंपनी ने 2,004 और 1,936 मेहमानों की क्षमता वाले दो नए क्रूज जहाज-नॉर्वेयिन स्काई और नॉर्वेजियन सन पट्टे पर लिए हैं।

14 जुलाई को बीएसई में सूचीबद्ध हुई ट्रैवल फूड सर्विस का बाजार पूंजीकरण 15,013 करोड़ रुपये हो गया है।

First Published : July 18, 2025 | 10:14 PM IST