Bhavish Aggarwal, CMD, Ola Electric Mobility Limited
Ola Electric IPO: इलेक्ट्रिक दोपहिया क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक की नजर 73.4 करोड़ डॉलर के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के साथ 4 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर है। कंपनी के संस्थापक और सीईओ भवीश अग्रवाल मानते हैं कि यह आईपीओ कंपनी के लंबे सफर का महत्त्वपूर्ण पड़ाव होगा। समी मोडक, सोहिनी दास और शिवानी शिंदे के साथ बातचीत में उन्होंने अपनी उद्यमिता के सफर और कंपनी के विस्तार के बारे में बताया। मुख्य अंश:
यह किसी भी उद्यमी के जीवन का बेहद महत्त्वपूर्ण कीर्तिमान होता है। मैं कॉलेज छात्र के तौर पर मुंबई आया था और मन में एक सफल व्यवसाय स्थापित करने का सपना था। आज यह सपना हकीकत में बदल रहा है। हमारे समूह के लिए भी यह आईपीओ महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारा पहला आईपीओ है। आने वाले समय में हमारी कुछ और कंपनियां सूचीबद्ध होंगी। निवेशकों के पास इस उद्योग के बारे में बेहतर दृष्टिकोण है। हम भविष्य के लिए ईवी कारोबार को विकसित करते समय भारतीय निवेशक समुदाय को साथ लाने की उम्मीद कर रहे हैं।
निवेशकों ने स्पष्ट तौर पर हमारा साथ दिया है और पिछले साल जब हमने निजी दौर में पूंजी जुटाई थी तब उन्होंने भी निवेश किया था। बीते समय में हमारी रणनीति और कंपनी के प्रति हमारे दृष्टिकोण को निजी निवेशकों ने काफी समर्थन दिया है।
मेरा मानना है कि आंकड़े अटकलों पर आधारित थे और हमने कभी मूल्यांकन का जिक्र ही नहीं किया था। कई बार इस तरह की अटकलें खुद लगने लगती हैं। लेकिन हमने आकर्षक कीमत पर आईपीओ लाने का निर्णय किया। हमारे लिए यह लंबी यात्रा है और कंपनी ने अभी इसकी शुरुआत ही की है।
हमने कई निवेशकों के साथ बात किया और उन्होंने काफी दिलचस्पी दिखाई। मैं इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकता। कंपनी की प्रगति के बारे में प्रतिक्रिया कुल मिलाकर बहुत उत्साहजनक है। सूचीबद्ध होने के बाद कंपनी में प्रवर्तक की हिस्सेदारी घटकर 37 फीसदी रह जाएगी।
आईपीओ में नए शेयर जारी किए जा रहे हैं। 90 फीसदी से ज्यादा शेयर नए होंगे और कुछ निवेशकों के पुराने शेयर भी शामिल होंगे। हम चाहते हैं कि ज्यादातर पैसा कंपनी में आए। ओएफएस में मैं भी अपनी हिस्सेदारी कम करूंगा।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में हमारी बाजार हिस्सेदारी 47 फीसदी थी। ईवी उद्योग में और कंपनियों का आना अच्छा संकेत है। आखिरकार उन्हें इस क्षेत्र में संभावनाएं दिख रही हैं, जिसकी बात मैं करीब तीन साल से कर रहा हूं। इसमें तकनीक और विनिर्माण के समूचे तंत्र का अहम योगदान है, जिसे हमने तैयार किया है। इसका असर हमारे वित्त, उत्पादन और विस्तार पर दिख रहा है। हम इसमें और तेजी लाएंगे।
कंपनी कब तक मुनाफे में आएगी, मैं नहीं बता सकता। मगर आप आंकड़े देखें तो रुझान समझ में आ जाएगा। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की आय वित्त वर्ष 2023 से ज्यादा रही है। एक साल के दौरान आय 90 फीसदी बढ़ी है और सकल मार्जिन 7 फीसदी से बढ़कर 16 फीसदी हो गया है। एबिटा मार्जिन में भी सुधार हुआ है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में हमारी बिक्री भी बढ़ी है। ईवी की लागत में सेल की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा होती है और हम इसे भारत में बनाने जा रहे हैं, जिसका कंपनी पर व्यापक असर दिखेगा।
दोपहिया श्रेणी में हम इकलौती कंपनी हैं, जो इतनी बड़ी संख्या में केवल ईवी ही बनाती है। इलेक्ट्रिक कारों की बात करें तो टेस्ला और बीवाईडी का नाम लिया जा सकता है।
यह ज्यादा नहीं है। यह कंपनी की कुल बिक्री के डेढ़ फीसदी से भी कम है। और यह अलग कंपनी है जिसका बोर्ड भी अलग है।