NSDL IPO Price Band: नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) का आईपीओ शेयर बाजार में लॉन्च होने के लिए तैयार है। नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी 30 जुलाई को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लॉन्च करने जा रही है। यह आईपीओ सब्सक्राइब करने के लिए 15 अगस्त तक खुला रहेगा। पब्लिक इश्यू का साइज करीब 4,000 करोड़ रुपये है। एंकर निवेशकों के लिए बोली 29 जुलाई को खुलेगी। कंपनी ने पब्लिक इश्यू के लिए प्राइस बैंड 760 से 800 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के मुताबिक, आईपीओ में केवल ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा। इसमें 5.01 करोड़ शेयरों की बिक्री की जाएगी। शेयर बेचने वाले निवेशकों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एचडीएफसी बैंक, IDBI बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और SUUTI शामिल हैं।
यह पब्लिक इश्यू शुक्रवार (1 अगस्त) तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। आईपीओ अलॉटमेंट का आधार सोमवार (4 अगस्त) तक तय होने की संभावना है। शेयर मंगलवार (5 अगस्त) तक निवेशकों के डीमैट खातों में जमा हो जाने की उम्मीद है। एनएसडीएल के शेयरों का बीएसई पर बुधवार, 6 अगस्त, 2025 को लिस्ट होने की संभावना है।
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आईपीओ से एनएसडीएल को कोई पैसा नहीं मिलेगा। यह पूरी तरह से ओएफएस है। बाजार सूत्रों के अनुसार, इसका कुल आकार लगभग 4,000 करोड़ रुपये होगा। इस लिस्टिंग के बाद एनएसडीएल देश की दूसरी लिस्टेड डिपॉजिटरी कंपनी बन जाएगी। इससे पहले सीडीएसएल (CDSL) को साल 2017 में एनएसई (NSE) पर लिस्ट किया गया था।
एनएसडीएल (NSDL) की यह लिस्टिंग सेबी के मालिकाना नियमों का पालन करने के लिए जरूरी है। इन नियमों के अनुसार, कोई भी संस्था किसी डिपॉजिटरी कंपनी में 15 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं रख सकती। फिलहाल आईडीबीआई बैंक की एनएसडीएल में 26.10 फीसदी और एनएसई की 24 फीसदी हिस्सेदारी है। इन्हें सेबी नियमों के अनुसार अपनी हिस्सेदारी घटानी होगी।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, एचएसबीसी सिक्योरिटीज, आईडीबीआई कैपिटल, मोतीलाल ओसवाल और एसबीआई कैप्स इस आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप में काम कर रहे हैं।
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एनएसडीएल एक सेबी रजिस्टर्ड मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर संस्था है। यह भारतीय वित्त और सिक्योरिटीज बाजार को कई सर्विसेज देती है। नवंबर 1996 में डिपॉजिटरी एक्ट लागू होने के बाद, एनएसडीएल (NSDL) ने भारत में सबसे पहले सिक्योरिटीज का डिमेटरियलाइजेशन शुरू किया था। वित्त वर्ष 2024-25 में एनएसडीएल का नेट मुनाफा लाभ 24.57 फीसदी बढ़कर 343 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, कुल आय 12.41 फीसदी बढ़कर 1,535 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
सेबी ने भारत की सबसे पुरानी डिपॉजिटरी को 14 अगस्त, 2025 तक अपनी लिस्टिंग पूरी करने की अनुमति दे दी है। एनएसडीएल ने जुलाई 2023 में सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DHRP) दाखिल किया। एनएसडीएल ने मई 2025 में एक परिशिष्ट प्रस्तुत किया। इससे इश्यू का आकार 5.72 करोड़ शेयरों से घटकर 5.01 करोड़ शेयर हो गया।