क्लाउड किचन ऑपरेटर क्योरफूड्स के कई बड़े निवेशक कंपनी के आगामी आईपीओ के जरिये अपनी हिस्सेदारी में खासी कमी करने वाले हैं। कंपनी की योजना 800 करोड़ रुपये जुटाने की है। आयरन पिलर 1.9 करोड़ शेयर बेचकर बाहर निकलने वालों में सबसे आगे है।
क्योरफूड्स ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास मसौदा पत्र दाखिल कर दिया है। आईपीओ में 800 करोड़ रुपये का नया निर्गम और 4.85 करोड़ शेयरों की बिक्री शामिल है।
आयरन पिलर के अलावा अन्य प्रमुख निवेशक भी अपनी हिस्सेदारी कम कर रहे हैं। एक्सेल इंडिया और क्रिमसन विंटर क्रमशः 45.75 लाख और 97.6 लाख शेयर बेचेंगी जबकि चिराते वेंचर्स और ग्लोबल ई-कॉमर्स पब्लिक इश्यू के जरिये 64.5 लाख और 35.24 लाख शेयर बेचेंगी।
निवेशकों की निकासी ऐसे समय हो रही है जब सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी अंकित नागोरी का कारोबार में भरोसा बरकरार है और उनके पास 27.8 प्रतिशत की सबसे बड़ी व्यक्तिगत हिस्सेदारी है। फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल के निवेश वाली 3 स्टेट वेंचर्स 17.32 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी संस्थागत निवेशक है और वह बिक्री में भाग नहीं ले रही है।
निवेशकों का यह मिला-जुला मनोबल कंपनी की वित्तीय प्रगति को दर्शाता है। हालांकि क्योरफूड्स ने वित्त वर्ष 2025 में सालाना आधार पर 27 प्रतिशत की दमदार राजस्व वृद्धि दर्ज की। यह बढ़कर 745.7 करोड़ रुपये हो गया जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 585.1 करोड़ रुपये था। लेकिन वह अपना घाटा खास कम नहीं कर पाई है और यह वित्त वर्ष 2025 में मामूली रूप से घटकर 170 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 172.6 करोड़ रुपये था।
बेंगलूरु की यह कंपनी केकजोन, शरीफ भाई, ओलियो, ईटफिट, फ्रोजन बॉटल, रोल्स ऑन व्हील्स, अवनफ्रेश, नोमैड और मिलेट एक्सप्रेस समेत खाद्य ब्रांडों के विविध पोर्टफोलियो का प्रबंधन करती है। उसने हाल में देश भर में क्रिस्पी क्रीमी आउटलेट संचालित करने के विशेष अधिकार प्राप्त करके अपनी पेशकश का विस्तार किया है।