Capillary Technologies IPO: सॉफ्टवेयर कंपनी कैपिलरी टेक्नोलॉजीज इंडिया का आईपीओ अप्लाई करने के लिए शुक्रवार (14 नवंबर) को खुल गया। निवेशक मंगलवार (18 नवंबर) तक इश्यू को सब्सक्राइब करने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आईपीओ के तहत 345 करोड़ रुपये के 60 लाख नए शेयर जारी किये जाएंगे। जबकि 532.50 करोड़ रुपये के वैल्यू वाले 92.3 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) पर रखे गए हैं। कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 549 से 577 रुपये प्रति इक्विटी शेयर रखा है। इस बीच, कंपनी ने गुरुवार को कहा कि उसने आईपीओ से पहले एंकर निवेशकों से 394 करोड़ रुपये जुटा लिए।
जेएम फाइनेंशियल, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, कैपिलरी टेक्नोलॉजीज आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं। जबकि एमयूएफजी इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है।
ग्रे मार्केट में कैपिलरी टेक्नोलॉजीज आईपीओ को लेकर फिलहाल कोई हलचल देखने को नहीं मिल रही है। 14 नवंबर को कैपिलरी टेक्नोलॉजीज का लेटेस्ट ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) शून्य था। इससे संकेत मिलता है कि शेयर इश्यू प्राइस के बराबर पर लिस्ट हो सकता है।
आईपीओ को शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे तक 0.08 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। रिटेल निवेशकों का हिस्सा 0.07 गुना और एनआईआई हिस्सा 0.26 गुना बुक हुआ था। कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 0.26 गुना बुक हुआ था। जबकि क्यूआईबी सेगमेंट में उस समय तक कोई सब्सक्रिप्शन नहीं हुआ था।
एसबीआई सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स के अनुसार, कैपिलरी टेक्नोलॉजीज वफादारी (लॉयल्टी) और एंगेजमेंट सेगमेंट में एक प्रमुख कंपनी है। इसकी अमेरिका में मजबूत उपस्थिति है। कंपनी का बिजनेस मॉडल मल्टी-ईयर सब्सक्रिप्शन एग्रीमेंट्स पर आधारित है। इससे स्थिर और अनुमानित राजस्व सुनिश्चित होता है।
ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 577 रुपये के अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन वित्त वर्ष 2024-25 के पोस्ट-इश्यू पूंजी के आधार पर 323.3 गुना P/E मल्टीपल पर होता है। यह काफी महंगा दिखाई देता है। इसलिए, एसबीआई सिक्योरिटीज ने इस इश्यू को ‘Avoid’ करने की सलाह दी है।
स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट के अनुसार, कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में पहली बार 14.15 करोड़ रुपये का नेट लाभ दर्ज किया है। जबकि पिछले वर्षों में उसे भारी नुकसान हुआ था। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के वित्तीय आंकड़ों और बाजार विश्लेषण के आधार पर कैपिलरी टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का वैल्यूएशन बहुत ज्यादा आक्रामक लग रहा है। इसलिए इस आईपीओ से बचने की सलाह दी जाती है।