हाल में सूचीबद्ध हुई लॉजिस्टिक फर्म डेलिवरी को अपनी कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना (ईसॉप्स) को ज्यादातर संस्थागत शेयरधारकों द्वारा ठुकराए जाने की वजह से असंतोष का सामना करना पड़ा है।
कंपनी ने शेयरधारक मंजूरी के लिए 9 योजनाओं के लिए वोटिंग कराई थी जिनमें डेलिवरी इम्पलॉयीज स्टॉक ऑप्शन प्लान 2012, डेलिवरी इम्पलॉयीज स्टॉक ऑप्शन प्लान-2 (2020), डेलिवरी इम्पलॉयीज स्टॉक ऑप्शन प्लान-3 (2020) और डेलिवरी इम्पलॉयीज स्टॉक ऑप्शन प्लान-4 (2021) और संबद्ध योजनाएं शामिल थीं।
सेबी (शेयर आधारित कर्मचारी लाभ) अधिनियम 2014 के अनुसार, कंपनी तब तक अपने कर्मचारियों को शेयरों का आवंटन या स्थानांतरण की अनुमति नहीं देगी, जब तक आईपीओ-पूर्व ईसॉप्स योजना को आईपीओ के बाद शेयरधारक द्वारा मंजूरी नहीं दी गई हो। इसलिए, कंपनी अपनी प्री-आईपीओ स्कीम में बदलाव के लिए विशेष समाधान के जरिये शेयरधारकों की मंजूरी ले रही है।
हालांकि समाधान पारित हो गए थे, लेकिन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवायजरी सर्विसेज डेटा के अनुसार, करीब 72 प्रतिशत संस्थागत शेयरधारकों ने इन समाधानों को खारिज कर दिया। कंपनी को इस बारे में भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला है।
आईआईएएस ने संस्थागत शेयरधारकों को भेजे अपने सुझाव में समाधान के खिलाफ वोटिंग करने को कहा था। आईआईएएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘चूंकि इसॉप 466.55 रुपये के मौजूदा बाजार भाव के मुकाबले 1 रुपये के भारी डिस्काउंट पर दिए गए हैं, इसलिए कमर्चारियों को इनके मिलते ही अच्छी रकम हाथ में आ गई है। ‘
यह पहली बार नहीं है जब नए जमाने की किसी कंपनी को ईसॉप्स योजनाओं को लेकर शेयरधारकों के विरोध का सामना करना पड़ा है। जोमैटो, नायिका और वन97 कम्युनिकेशंस को भी इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इस साल फरवरी में, वन97 कम्युनिकेशंस को ईसॉप्स पर शेयरधारक असहमति से जूझना पड़ा।
स्टॉक एक्सचेंज द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, ईसॉप्स से संबंधित तीन प्रस्तावों को डिजिटल भुगतान कंपनियों द्वारा वोटिंग के लिए रखा गया और संस्थागत निवेशकों से दो-तिहाई से ज्यादा ने इनके खिलाफ मत दिया।
सितंबर, 2021 में, जोमैटो को सार्वजनिक संस्थानों से ईसॉप्स से संबंधित विभिन्न समाधानों पर 60 प्रतिशत मत खिलाफ में मिले थे।
इस साल फरवरी में, ‘आर्टिकल ऑफ एसोसिशन’ में संशोधन के लिए नायिका के प्रस्ताव को संस्थागत निवेशकों द्वारा 80 प्रतिशत मत विरोध में हासिल हुए।