सरकारी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और ओमान ऑयल कंपनी का साझा उद्यम भारत ओमान रिफाइनरीज लिमिटेड (भारत ओमान) ने आज अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए दस्तावेज दाखिल कर दिया।
कंपनी शेयरों के सार्वजनिक पेशकश के जरिये लगभग 2,900 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य कर रही है। सूत्रों ने बताया कि आईपीओ पूर्व प्लेसमेंट और सार्वजनिक पेशकश के जरिये कंपनी इक्विटी पूंजी का लगभग 48 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है। कंपनी के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि शेयरों की बिक्री से पहले कंपनी के प्रवर्तक, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, को तकरीबन 900 करोड़ रुपये और मध्य प्रदेश सरकार को 29.60 करोड़ रुपये के शेयर प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये देगी।
भारत पेट्रोलियम के एक अधिकारी ने बताया, ‘अभी रिफाइनिंग मार्जिन चक्र काफी बेहतर है, इसलिए हमलोगों ने इस समय आम लोगों से पैसे जुटाने का निर्णय लिया है।’बैंकिंग और कंपनी के सूत्रों ने बताया कि भारत ओमान आईपीओ पूर्व प्लेसमेंट के जरिये वित्तीय निवेशकों को 20 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी बेच सकती है। कंपनी के एक सूत्र ने कहा, ‘हम नीतिगत निवेशकों से बातचीत नहीं कर रहे हैं, हम वित्तीय निवेशकों को तरजीह देंगे।’
भारत पेट्रोलियम के प्रवक्ता ने इस मसले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।बैंकिंग सूत्रों ने बताया कि आईपीओ के बाद साझा उद्यम में ओमान ऑयल की हिस्सेदारी घट कर 10 प्रतिशत से कम हो जाएगी। भारत पेट्रोलियम का लक्ष्य अपनी हिस्सेदारी 48 प्रतिशत तक बनाए रखना है और इसके बोर्ड ने आईपीओ में 19.96 अरब रुपये के निवेश को मंजूरी दे दी है।
भारत ओमान रिफाइनरी एक 1,20,000 बैरल प्रति दिन की क्षमता वाली रिफाइनरी बना रही है, जिसकी लागत 104 अरब रुपये है और इसके लिए 64 अरब रुपये का सुरक्षित ऋण लिया गया है। मध्य प्रदेश के बीना स्थित इस रिफाइनरी के वर्ष 2010 के जनवरी महीने तक बन कर तैयार हो जाने की उम्मीद है।
भारत पेट्रोलियम के शेयरों, जिसका बाजार मूल्य 3.7 अरब डॉलर है, के मूल्य में 1 प्रतिशत की वृध्दि देखी गई और इसका कारोबार 415.60 रुपये पर किया जा रहा था, जबकि बाजार में 0.4 प्रतिशत की बढ़त थी। हालांकि, इस वर्ष के शुरूआत से इसके स्टॉक में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई।
एशियाई तेल शोधक कंपनियां विकसित देशों की मांग को देखते हुए अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं जहां हाल के वर्षों में इसका कम विस्तार हुआ है और भारत क्षेत्रीय तेल शोधन केंद्र बनने की आशा करता है। भारत, जो एशिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है, वर्ष 2012 तक अपनी तेल शोधन क्षमता 62 प्रतिशत बढ़ा कर 48.2 लाख बैरल प्रति दिन करने की योजना बना रहा है ताकि उभरते बाजारों का लाभ उठा सके।
मुंबई स्थित भारत पेट्रोलियम के रिफाइनरी 2,40,000 बैरल प्रति दिन क्षमता का है और केरल के कोच्चि स्थित एक दूसरे रिफाइनरी की क्षमता 1,50,000 बैरल प्रति दिन का है। इसकी सहयोगी नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड जो देश के उत्तर पूर्व में स्थित है कि क्षमता 60,000 बैरल प्रति दिन की है।भारत ओमान का आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के परिदृश्य में निवेशकों के रूझान की एक जांच जैसी होगी जिसमें इस वर्ष वैश्विक उठा पटक के मद्देनजर 21 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
सूत्रों ने बताया कि भारत ओमान के इस इश्यू के अरेंजर में एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, सिटीबैंक और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज आदि शामिल हैं।थॉमसन फाइनैंशियल के आकड़ों के मुताबिक साल 2008 में 137 अरब डॉलर के आईपीओ एशिया में वापस लिए गए हैं जिसमें एमार एमजीएफ, डीएलएफ ऑफिसेज ट्रस्ट और यूनिटेक ऑफिस ट्रस्ट जैसी बड़ी पेशकशें भी शामिल थीं।