चॉइस ब्रोकिंग की नई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले सालों में तेजी से आगे बढ़ सकता है। इस ग्रोथ की बड़ी वजह कंपनियों द्वारा किए जा रहे अस्पतालों के विस्तार, हाई-एंड मेडिकल सेवाओं की बढ़ती मांग और मेडिकल टूरिज्म को बताया गया है। सबसे खास बात यह है कि ट्रंप की तरफ से प्रस्तावित टैरिफ का इस सेक्टर पर कोई सीधा असर नहीं होगा क्योंकि इसकी कमाई घरेलू स्तर पर होती है।
बड़े स्तर पर हो रहा अस्पतालों का विस्तार
रिपोर्ट बताती है कि लगभग सभी हॉस्पिटल कंपनियां अपनी क्षमता बढ़ाने में जुटी हैं। अगले दो सालों में Narayana Hrudayalaya 1,500 नए बेड जोड़ेगा, वहीं Medanta 750, Yatharth Hospital 700 से ज्यादा, Max Healthcare 450 और Rainbow Children’s Hospital 130 नए बेड जोड़ने की योजना पर काम कर रहे हैं। ये विस्तार सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि टियर-2 शहरों तक भी पहुंच बना रहे हैं, जिससे ज्यादा लोगों को अच्छी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
प्रति बेड कमाई (ARPOB) रहेगी स्थिर
चूंकि कंपनियां नए अस्पताल और बेड्स जोड़ रही हैं, ऐसे में प्रति बेड औसत कमाई यानी ARPOB की ग्रोथ थोड़ी धीमी रह सकती है – करीब 2-5% सालाना। हालांकि, जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ेगी और स्पेशल ट्रीटमेंट की मांग बढ़ेगी, ARPOB में भी सुधार देखने को मिलेगा।
हाई-एंड ट्रीटमेंट की मांग बढ़ी
हॉस्पिटल कंपनियों में कैंसर (ऑन्कोलॉजी) और जटिल सर्जरी जैसी सेवाओं की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। Apollo और Narayana Hrudayalaya की कुल कमाई में ऑन्कोलॉजी का हिस्सा 17% है, Fortis में 16%, Medanta में 13% और Yatharth में 10%। इस तरह के ट्रीटमेंट से कंपनियों की कमाई और ARPOB दोनों में इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, Max Healthcare, Fortis, Apollo और Medanta जैसी कंपनियां आगे भी हाई-एंड सेवाओं की तरफ शिफ्ट करती रहेंगी।
मेडिकल टूरिज्म से मिलेगा दम
मेडिकल टूरिज्म से कंपनियों को 5-7% तक की कमाई हो रही है, और आने वाले समय में इसमें और तेजी आने की संभावना है। भारत में इलाज सस्ता है, सुविधाएं वर्ल्ड क्लास हैं और डॉक्टर बेहद योग्य हैं। साथ ही, नोएडा में नया एयरपोर्ट शुरू होने से अंतरराष्ट्रीय मरीज़ों के लिए भारत तक आना और आसान हो जाएगा। विशेषकर साउथ ईस्ट एशिया और मिडिल ईस्ट के मरीजों से अच्छी ग्रोथ मिल सकती है।
तगड़ा Q4FY25 और FY26 की मजबूत शुरुआत की उम्मीद
किन कंपनियों पर है ब्रोकरेज की नज़र?
चॉइस ब्रोकिंग ने आठ प्रमुख हॉस्पिटल कंपनियों को कवर किया है, जिनमें से पांच पर Buy की रेटिंग दी है। तीन कंपनियों को Hold की रेटिंग मिली है। नीचे टेबल में इनकी जानकारी दी गई है:
कंपनी का नाम | मौजूदा शेयर प्राइस (₹) | टारगेट प्राइस (₹) | संभावित रिटर्न | रेटिंग |
---|---|---|---|---|
Apollo Hospitals (APHS) | ₹6,319 | ₹7,520 | 19% | Buy |
Fortis Healthcare (FORH) | ₹619 | ₹738 | 19% | Buy |
Global Health (Medanta) | ₹1,235 | ₹1,348 | 9% | Buy |
Healthcare Global (HCG) | ₹500 | ₹574 | 15% | Buy |
Yatharth Hospital | ₹385 | ₹628 | 63% | Buy |
Max Healthcare (MAXHEALT) | ₹1,010 | ₹1,200 | 19% | Hold |
Narayana Hrudayalaya (NARH) | ₹1,399 | ₹1,460 | 4% | Hold |
Rainbow Children (RAINBOW) | ₹1,320 | ₹1,474 | 12% | Hold |