बाजार नियामक संस्था, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि सेबी बोर्ड 17 दिसंबर की अपनी बैठक में, हितों के टकराव और खुलासा नियमों में सुधार के लिए एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों पर विचार करने वाला है।
इंडिया इंटरनैशनल ट्रेड फेयर में सेबी पवेलियन के उद्घाटन के मौके पर पांडेय ने बोर्ड सदस्यों और कर्मचारियों के लिए कई चरणों मसलन, नियुक्ति के समय, वार्षिक स्तर पर, महत्वपूर्ण घटनाओं पर और पद छोड़ने के दौरान अपनी संपत्तियों, देनदारियों, ट्रेडिंग गतिविधियों और प्रासंगिक संबंधों की घोषणा करने की आवश्यकता को उचित ठहराया। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि बोर्ड इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देगा।’
सेबी ने यह समिति वर्तमान अध्यक्ष पांडेय की अध्यक्षता में मार्च 2025 की अपनी पहली बोर्ड बैठक में गठित की थी। यह नियुक्तियां उस समय की गईं जब अब निष्क्रिय हो चुकी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा सेबी की पूर्व अध्यक्ष माधवी पुरी बुच के खिलाफ हितों के टकराव के आरोप लगाए गए थे।