घरेलू ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने निवेशकों को ऊंचे मूल्यांकन के बीच कम रिटर्न की उम्मीद रखने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्म ने निफ्टी के 10 साल तक लगातार अच्छा प्रदर्शन के बाद कम रिटर्न के परिदृश्य पर निवेशकों की प्रतिक्रियाओं पर चिंता जताई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी धीरज रेल्ली ने कहा, ‘सबसे बड़ी चिंता यह है कि हम पूरी तरह से मूल्यवान बाजारों के साथ 2025 में प्रवेश करने जा रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई अवसर नहीं है, और एक परिसंपत्ति वर्ग के रूप में इक्विटी अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगी। मेरा मानना है कि इक्विटी भारत और वैश्विक स्तर पर अन्य परिसंपत्ति वर्गों से बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखेंगी। फिर भी, हमें अपनी रिटर्न की अपेक्षाओं को कम करना होगा।’
रेल्ली ने कहा कि अमेरिका में अगले साल नीतिगत उथल-पुथल मुद्रास्फीतिकारी हो सकती है। उनसे निपटने के लिए मौद्रिक नीतिगत कदम अपर्याप्त साबित हो सकते हैं। रेल्ली ने कहा, ‘मौद्रिक नीतियां केवल मुद्रास्फीति के मांग पक्ष से निपट सकती हैं। अगर शुल्कों से अधिकांश वस्तुएं महंगी हो जाती हैं और लगातार भू-राजनीतिक मसले आपूर्ति पक्ष को और ज्यादा मुश्किल बनाते हैं तो इससे मुद्रास्फीति के लिए और अधिक प्रतिकूल परिस्थितियां पैदा हो सकती हैं।’
उन्होंने कहा कि बढ़ता वैश्विक कर्ज बाजारों की अन्य चिंता है। रेल्ली ने कहा, ‘वैश्विक कर्ज करीब 323 लाख करोड़ डॉलर है। यह दुनिया के जीडीपी के कई गुना से भी ज्यादा है। मेरा मानना है कि ये टिकाऊ नहीं हैं। वह भी तब, जब ब्याज दरें ऊंची हों।’एचडीएफसी सिक्योरिटीज का मानना है कि अगले साल तक निफ्टी 26,482 तक पहुंच सकता है जो मौजूदा स्तर से 10.5 फीसदी की तेजी है।