हैवेल्स इंडिया जैसी विद्युत उपभोक्ता सामान निर्माता (ECD) कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में मजबूत बिक्री दर्ज की और केबल, स्विचगियर और प्रोफेशनल लाइटिंग की बिजनेस-टु-बिजनेस बिक्री के अलावा पंखे, एयर कूलर तथा रूम एयर कंडीशनर (आरएसी) में लगातार मौसमी मांग बरकरार रखी है।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में हैवेल्स इंडिया का राजस्व एक साल पहले की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़कर 5,400 करोड़ रुपये रहा। यह अनुमानों के अनुरूप है। गर्मी के मौसम में मजबूत मांग से पंखों और घरों में एयर कंडीशनर की मजबूत बिक्री को बढ़ावा मिला और बुनियादी ढांचा खर्च तथा रियल एस्टेट गतिविधियों में तेजी से केबल और वायर (सीऐंडडब्ल्यू) की बिक्री मजबूत हुई।
लॉयड का सकल मार्जिन सालाना आधार पर 230 आधार अंक बढ़कर 32.8 प्रतिशत हो गया और इसे कंपनी की लागत में सुधार तथा बेहतर नतीजों से मदद मिली। कर्मचारी लागत 29 प्रतिशत अधिक रही जबकि अन्य खर्च एक साल पहले की तुलना में 17 प्रतिशत तक बढ़ गए। विज्ञापन एवं प्रोत्साहन खर्चों में तेजी आई और सालाना आधार पर इनमें 21 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज किया गया।
परिचालन मुनाफा सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 630 करोड़ रुपये पर पहुंच गया और मार्जिन 80 आधार अंक बढ़कर 11.7 प्रतिशत रहा। अन्य आय और ब्याज लागत एक साल पहले की तुलना में 62 प्रतिशत और 82 प्रतिशत बढ़ गई। मूल्यह्रास में 21 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 24 प्रतिशत तक बढ़कर 450 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2024 का राजस्व 18,600 करोड़ रुपये रहा जो सालाना आधार पर 10 प्रतिशत तक अधिक है। वित्त वर्ष 2024 में परिचालन मुनाफा मार्जिन सालाना आधार पर 40 आधार अंक बढ़कर 9.9 प्रतिशत हो गया जबकि शुद्ध लाभ 1,270 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।
लॉयड में सुधार के संकेत मजबूत हैं। लॉयड का राजस्व चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत बढ़कर 1,350 करोड़ रुपये रहा लेकिन सेगमेंट मार्जिन लगातार 10 तिमाहियों की सुस्ती के बाद 37.2 करोड़ रुपये पर रहा। सुधरते उत्पाद मिश्रण, लागत दक्षता और परिचालन दक्षता से मजबूत मार्जिन को बढ़ावा मिला।
केबल और वायर वृद्धि चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत के साथ 1,790 करोड़ रुपये रही। बिक्री भी 18 फीसदी बढ़ी। पंखों की दमदार बिक्री की मदद से इलेक्ट्रिकल कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सालाना आधार पर 22 प्रतिशत बढ़कर चौथी तिमाही में 910 करोड़ रुपये रहा और लाइटिंग सेगमेंट 5 प्रतिशत बढ़कर 440 करोड़ रुपये रहा। एलईडी की कीमतें भी गिरती रहीं। स्विचगियर खंड का राजस्व सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 650 करोड़ रुपये रहा और अन्य राजस्व 22 प्रतिशत बढ़कर 310 करोड़ रुपये रहा।
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीईई) के मानकों में बदलाव की वजह से फैन सेगमेंट में अनिश्चितता थी लेकिन चौथी तिमाही में वृद्धि दर मजबूत रही। रूम एसी में भी मांग मजबूत रही और अप्रैल में इनके लिए मांग बनी रही। हैवेल्स के प्रबंधन का कहना है कि कंपनी बड़े किचन अप्लायंसेज (करीब 12,000 करोड़ रुपये के बाजार आकार) में शीर्ष-5 कंपनियों में जगह मजबूत बनाना चाहती है।