अक्टूबर के दौरान गोल्ड और सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में मजबूत निवेश जारी रहा जबकि माह के दूसरे पखवाड़े में कीमती धातुओं के दाम में नरमी आई। गोल्ड ईटीएफ ने अक्टूबर में अनुमानित तौर पर 7,800 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया जो सितंबर में मिले रिकॉर्ड 8,363 करोड़ रुपये के निवेश के करीब है।
निवेश का ऊंचा आंकड़ा और सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि के कारण गोल्ड ईटीएफ की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के पार निकल गईं। जनवरी 2025 में पहली बार एयूएम 50,000 करोड़ रुपये के पार निकला था जो नौ महीने में दोगुना हो गया।
पिछले महीने सिल्वर ईटीएफ ने भी मजबूत निवेश हासिल किया। पिछले दो महीने के एयूएम और रिटर्न के आंकड़ों की तुलना से पता चलता है कि इस श्रेणी में अक्टूबर में 4,300 करोड़ रुपये का निवेश आया। पिछले रुझान के मुकाबले निवेश हालांकि ज्यादा रहा है। लेकिन यह सितंबर के सर्वकालिक उच्चस्तर 5,342 करोड़ रुपये के मुकाबले अच्छा खासा कम है।
निप्पॉन इंडिया एमएफ के कमोडिटी प्रमुख और फंड मैनेजर विक्रम धवन ने कहा, गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ के लिए अक्टूबर एक और मजबूत माह रहा। इससे कीमती धातुओं की योजनाओं में निवेश के नियमित, पारदर्शी, सुरक्षित व सुलभ जरिये में निवेशकों की बढ़ती पसंद का पता चलता है। इससे वित्तीय और औद्योगिक परिसंपत्ति के रूप में सोने की रणनीतिक भूमिका और चांदी की बढ़ती प्रासंगिकता भी उजागर होती है।
अक्टूबर में सिल्वर ईटीएफ का एयूएम 42,500 करोड़ रुपये था जो इस साल जनवरी से अब तक तीन गुना बढ़ा है। महीने के दूसरे पखवाड़े में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के बावजूद ईटीएफ में मजबूत निवेश जारी रहा। । 3 नवंबर तक देश में सोने की कीमतें 17 अक्टूबर के रिकॉर्ड उच्च स्तर से 6.5 फीसदी नीचे थीं। चांदी की कीमतें 14 अक्टूबर के 1.8 लाख रुपये किलोग्राम के उच्चतम स्तर से 16 फीसदी गिर चुकी हैं।